Highlights
- दोनों भाई करंट की चपेट में आ गए
- विधायक ने की मुआवजे की मांग
- 10-10 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की मांग की
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के महराजगंज तराई थाना क्षेत्र के अंतर्गत शनिवार को करंट की चपेट में आने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
दोनों भाई करंट की चपेट में आ गए
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य जोखू यादव का बेटा अनूप यादव (33) खेत में बिजली पहुंचाने के लिए लगा लकड़ी का खंभा गिर जाने के बाद उसे उठाने गया था, तभी करंट की चपेट में आ गया। उन्होंने बताया कि छोटे भाई के करंट की चपेट में आते देख बड़ा भाई वीरेंद्र यादव उसे बचाने दौड़ा और इस प्रकार दोनों भाई करंट की चपेट में आ गए।
विधायक ने की मुआवजे की मांग
सूत्रों ने बताया कि मौके पर मौजूद भाई सुरेंद्र यादव ने शोर मचाया, तब मौके पर गांव वाले पहुंचे और दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर समाजवादी पार्टी के विधायक एसपी यादव अस्पताल पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उंन्हे ढांढस बंधाया। उन्होंने सरकार से मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की मांग की। पुलिस क्षेत्राधिकारी राधारमण सिंह ने बताया कि मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा जा रहा है।
इससे पहले भी सहारनपुर में हुआ था हादसा
बीते दिनों सहारनपुर जिले के एक गांव में एक किसान के खेत पर पेड़ काटने आये तीन मजदूरों की हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आकर करंट लगने से मौत हो गई जबकि एक अन्य मजदूर गंभीर रूप से झुलस गया। घायलों को उपचार के लिए पी जी आई चण्डीगढ भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूरज राय ने मीडिया को बताया कि रामपुर मनिहारान थाने के तहत आने वाले मदनुकी गांव में एक किसान ने अपने खेत में लगे पेड़ों को कटवाने के लिए मजदूर बुलाए थे तथा गंगोह क्षेत्र के फतेहपुर ढोला निवासी सद्दाम (32), नौशाद (30), और अजय अपने साथी मजदूरों के साथ पेड़ काटने आये थे। राय ने बताया कि जब ये तीनों पेड काटने लगे तभी पास से गुजर रही विद्युत लाइन की चपेट में आकर करंट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी जबकि इनका एक साथी आरिफ (29) गम्भीर रूप से झुलस गया।
हादसे की जानकारी मिलते ही रामपुर मनिहारान थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायल मजदूर आरिफ को उपचार के लिये जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे इलाज के लिए पी जी आई चंडीगढ़ में भर्ती कराने के लिए कहा गया है।