Highlights
- टीचर ने छात्र को कमरे में बंद कर पीटा
- इलाज के लिए भेजा था कानपुर
- मामले की जांच कर रही पुलिस
Uttar Pradesh: कन्नौज जिले के छिबरामऊ स्थित एक इंटर कॉलेज में कथित रूप से घड़ी चोरी का आरोप लगाकर 3 टीचरों ने एक छात्र को पीटा। पिटाई किए जाने से घायल छात्र की कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
आर.एस.इण्टर कॉलेज में हुई घटना
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के पश्चिमी मड़ैया गांव निवासी 15 वर्षीय दिलशान उर्फ राजा आर.एस.इण्टर कॉलेज में नौवीं कक्षा में प्रवेश के लिए 23 जुलाई को गया था। आरोप है कि दोपहर को अवकाश के वक्त शिक्षक शिवकुमार यादव ने दिलशान को बुलाया और उस पर घड़ी चोरी करने का आरोप लगाया। सिंह ने बताया कि दिलशान के परिजनों का आरोप है कि यादव, साथी अध्यापक प्रभाकर और विवेक यादव ने दिलशान को कमरे में बंद करके उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। उन्होंने बताया कि गंभीर हालत में छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर रविवार की शाम उसे कानपुर रेफर कर दिया गया।
सोमवार देर रात हुई मौत
सोमवार देर रात छात्र की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सभी आरोपी शिक्षक इस वारदात के बाद कॉलेज में ताला लगा कर भाग गए हैं, उनकी तलाश की जा रही है। सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसकी मौत का असल कारण पता लगेगा। उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में अगर छात्र की पिटाई करने की बात सामने आती है तो आरोपियों के खिलाफ कानूनन कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक ने की थी छात्र की पिटाई
कुछ दिन पहले मैगलगंज प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक ने स्कूल ड्रेस में न आने पर छात्र की छड़ी से पीट दिया था। छात्र की पीठ पर चोट के निशान देख परिजनों ने शिक्षक के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी। मैगलगंज कस्बे के औरंगाबाद रोड निवासी गब्बर ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाते हुए कहा था कि उसका पुत्र सौरभ प्राथमिक विद्यालय मैगलगंज में कक्षा 5 में पढ़ता है। ड्रेस में स्कूल न जाने से नाराज शिक्षक ने उसकी छड़ी से पिटाई कर दी। जिससे उसकी पीठ पर चोट के निशान उभरे हैं। पुलिस में शिकायत की जानकारी के बाद शिक्षक ने शिकायतकर्ता से संपर्क कर अपनी गलती का अहसास करते हुए सुलह समझौता का प्रयास किया था।