Highlights
- एनसीआर की तर्ज पर गठित होगा 'UPSCR'
- लखनऊ व आसपास के जिलों को शामिल करने का प्लान
- लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण के लिए मुख्यमंत्री ने मांगा प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अधिकारियों से एनसीआर की तर्ज पर 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' गठित करने की योजना पर काम करने को कहा। इस दौरान सीएम योगी ने आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद और सभी शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 सालों की स्थिति को ध्यान में रखें। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए। हर विकास प्राधिकरण/नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए।
राज्य राजधानी क्षेत्र में ये जिले होंगे शामिल
मुख्यमंत्री योगी ने मीटिंग के दौरान कहा कि अलग-अलग शहरों से लोग यहां आकर अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। आस-पास के जिलों में भी जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है और कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। ऐसे में भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' का गठन किया जाना चाहिए। इस राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ के साथ-साथ उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, कानपुर नगर और कानपुर देहात को शामिल किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि सभी आयामों पर अध्ययन और विमर्श करते हुए जल्द से जल्द विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की जाए।
भूमाफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
इतना ही नहीं अहम बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधिकरणों और नगरीय निकायों में भूमाफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कठोरतम कार्रवाई का दौर लगातार जारी रहेगा। भूमि सरकारी हो या निजी, अवैध कब्जे की हर शिकायत पर पूरी संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी गरीब के घर पर दबंग का कब्जा कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। सभी प्राधिकरण, स्थानीय निकाय यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी परिस्थिति में अवैध बस्तियां/रिहायशी कॉलोनी बसने न पाए। हर कॉलोनी में सभी जरूरी सुविधाएं हों।
सोलर सिटी के रूप में विकसित होगा अयोध्या
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के प्लान पर तेजी से काम किया जाए। यह प्रयास वैश्विक पटल पर अयोध्या को एक खास पहचान देने वाला होगा। अयोध्या से पूरी दुनिया को ऊर्जा संरक्षण का महान संदेश मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए, यहां के ऐतिहासिक स्थलों पर भित्ति चित्र कलाकृति, राम कथा गैलरी, ओपन एयर थियेटर से जुड़े काम समय से पूरे होने चाहिए। रामायण परंपरा की 'कल्चरल मैपिंग' कराई जाए। इसी प्रकार, राम वन गमन पथ पर रामायण गैलरी का निर्माण कराने की कार्यवाही हो।
इन शहरों के लिए सिटी डेवलपमेन्ट प्लान
इतना ही नहीं सीएम योगा ने निर्देश दिया कि लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज का सिटी डेवलपमेन्ट प्लान तैयार कर लिया जाए। लीड्स - 2021 नीति के अन्तर्गत गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ, कानपुर , वाराणसी और मेरठ की शहरी लॉजिस्टक योजना तैयार करने में देरी नहीं होनी चाहिए।