Highlights
- आडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजा पत्र
- चौकी प्रभारी दिनेश शर्मा ने 18 हजार रुपये लिए हैं।
Uttar Pradesh: बलिया जिले में एक मामले से कथित तौर पर आरोपित का नाम हटाने के लिए रिश्वत मांगने का ऑडियो सार्वजनिक होने के बाद सोनाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने रविवार को बताया कि जिले की सोनाडीह पुलिस चौकी पर तैनात प्रभारी दिनेश शर्मा को शनिवार शाम निलंबित कर दिया गया।
आडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
उन्होंने बताया कि शर्मा के विरुद्ध कथित तौर पर रिश्वत की बातचीत करने का आडियो सोशल मीडिया पर शनिवार को सार्वजनिक होने के मामले में कार्रवाई की गई है। इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक हुए ऑडियो में कथित रूप से शर्मा मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति से 20 हजार रुपए रिश्वत मांगते सुनाई दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजा पत्र
उभांव थाना क्षेत्र के सोनाडीह गांव की सरस्वती देवी नामक महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि पुलिस चौकी प्रभारी दिनेश शर्मा ने उसके भाई मंगलेश का नाम एक मामले से हटाने के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की और 18 हजार रुपए ले भी लिए हैं।
कुछ महीने पहले सहारनपुर में हुआ था ऐसा मामला
कुछ महीने पहले सहारनपुर में एक मामले में वादी से कार्रवाई के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। जानकारी मिलने पर एसएसपी ने नगर कोतवाली क्षेत्र की नवाबगंज चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया था। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नवाबगंज निवासी मोहम्मद आसिफ ने चोरी, धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच नवाबगंज चौकी इंचार्ज एसआई गौरव चौहान कर रहे थे।
आसिफ के पुत्र मोहम्मद अकबर ने लिखित शिकायत और ऑडियो रिकार्डिंग देकर बताया कि विवेचक दरोगा कार्रवाई के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग कर रहा है। अकबर ने एसएसपी को गौरव चौहान की एक रिकार्डिंग भी सौंपी, जिसके बाद एसएसपी ने 27 फरवरी को मामले की जांच सीओ प्रथम प्रीति यादव कराई। सीओ ने जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी। एसएसपी ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर चौकी प्रभारी दरोगा गौरव चौहान को निलंबित कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच भी शुरू की गई है। निलंबन की अवधि में वह पुलिस लाइन में रहेंगे।