Highlights
- उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से आई शर्मनाक तस्वीर
- प्राइमरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर अश्लील डांस
- स्कूल के हेडमास्टर को किया गया निलंबित
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक प्राइमरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कुछ ऐसा हुआ जो बेहद हैरान और शर्मसार करने वाला था। दरअसल महराजगंज जिले में एक प्राइमरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अश्लील नृत्य का एक वीडियो सामने आया। जिसके बाद स्कूल के हेडमास्टर को निलंबित कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इससे पहले यूपी के ही बलरामपुर में स्वतंत्रता दिवस पर एक सरकारी स्कूल में तिरंग नहीं फहराने का मामला सामने आया था।
हेडमास्टर पर गिरी गाज, ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर
आधिकारिक जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सोमवार को महराजगंज के पडोली प्राथमिक विद्यालय में आर्केस्ट्रा की टीम बुलाई गई थी, इस दौरान शिक्षकों और छात्रों के सामने अश्लील डांस किया गया। किसी ने घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। अधिकारी के मुताबिक जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने इस मामले की जांच के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आशीष सिंह को निर्देश दिया और जांच में घटना सही पाई गई जिसके बाद हेडमास्टर को निलंबित कर दिया गया है और ग्राम प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
अश्लील डांस में छात्रों ने भी लिया हिस्सा
वीडियो में डांसर छात्रों के सामने डांस करते दिख रहे हैं और स्कूल परिधान में कुछ बच्चे भी इसमें हिस्सा लेते नजर आ रहे हैं। डांस देखने के लिए स्कूली छात्रों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद हैं। स्कूल का दौरा करने पहुंचे बीएसए ने पत्रकारों को बताया कि स्कूल परिसर में अश्लील डांस के मामले में प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान की भूमिका सामने आई है। उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक हरिद्वार चौधरी को निलंबित कर दिया गया है जबकि ग्राम प्रधान अनिल यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
बलरामपुर के सरकारी स्कूल में नहीं फहराया गया तिरंगा
बलरामपुर जिले के हरैय्या विकास खण्ड के एक प्राइमरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया गया। बलरामपुर जिले के हरैय्या विकास खण्ड के प्राइमरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा नहीं फहराए जाने के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इस लापरवाही का पता लगते ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।