Highlights
- कानूनी सजा से बचने के लिए युवक ने बनाया प्लान
- नाम बदलकर कई सालों से दूसरे शहर में रह रहा था
- शख्स की बीमा पॉलिसी के पैसे भी हड़पने की थी योजना
Uttar Pradesh News: कानूनी सजा से बचने के लिए आपने कई आरोपियों को तरह-तरह के हथकंडे अपनाते देखा होगा। बीमा की रकम को भी हड़पने के लिए लोगों को क्या-क्या नहीं करते देखा है। लेकिन पुलिस के हत्थे एक ऐसा अपराधी लगा है जो न सिर्फ कानूनी तौर पर कई मामलों में दोषी है बल्कि बीमा की राशि भी हड़पने के लिए सभी की आखों में धूल झोंक रहा था। बीमा राशि हड़पने और कई मुकदमे में सजा से बचने के लिए खुद को मृत घोषित करवा कर नए नाम से शाहजहांपुर में रह रहे एक शख्स को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर किया है।
कैसे दिया खुद की मौत का सबूत
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार ने बताया कि मुरादाबाद में रहने वाले व्यक्ति मुकेश यादव (42) पर हत्या के प्रयास, डकैती और लूट समेत कई गंभीर आरोपों में आठ मुकदमे दर्ज थे। उसने इन मामलों में सजा से बचने और अपनी बीमा पॉलिसी के दावे की रकम लेने के लिए एक योजना बनाई। आरोपी ने अपने प्लान के तहत साल 2015 में उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में पोस्टमॉर्टम हाउस के एक कर्मचारी से मिलीभगत कर एक अज्ञात व्यक्ति के शव की जेब में अपना पहचान पत्र रखवा दिया जिससे उसकी शिनाख्त मृतक के रूप में हो गई।
नाम बदलकर दूसरे शहर में जा बसा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी इसके बाद शाहजहांपुर के रोजा इलाके में आकर रहने लगा और उसने अपना नाम मुनेश यादव उर्फ राज यादव रख लिया। उसने अपने नए नाम से ही आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बनवा लिया। कुछ दिन बाद उसने अपनी पत्नी और बच्चों को भी शाहजहांपुर बुलवा लिय। आरोपी पर मुरादाबाद के अलग-अलग थानों में आठ मुकदमे दर्ज होने की जानकारी किसी तरह मोहल्ले के किसी व्यक्ति को हो गई और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। कुमार ने बताया कि इसके बाद स्थानीय पुलिस ने मुरादाबाद पुलिस से जानकारी ली और यादव को गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आया। शख्स ने जब पुलिस को अपना गुनाह कबूल करते हुए पूरी कहानी बताई तो सभी के होश उड़े रहे गए। कुमार ने बताया कि पुलिस ने यादव को जेल भेज दिया है।