Uttar pradesh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों के साथ बलात्कार के बाद हत्या का मामला गूंजा और मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में खीरी के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के पक्ष में है और आगे भी रहेगी।
बसपा नेता उमाशंकर सिंह ने उठाए सवाल
विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को प्रश्नकाल के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता उमाशंकर सिंह ने कार्यस्थगन के तहत मामले को उठाया। सिंह ने कहा कि 14 सितंबर को लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना क्षेत्र में एक दलित मां की दो बेटियों (सगी बहनों) को गुंडे मवाली उठा ले गये और उनके साथ दुष्कर्म कर, उनकी हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि हत्या करने के बाद दोनों के शव पेड़ पर टांग दिए और जब यह सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गयी तो उन्होंने दबाव बनाया कि यह घटना आत्महत्या है।
सरकार ने रखा अपना पक्ष
उन्होंने मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना की लेकिन पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर जोर दिया। सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को नौकरी और अनुदान देने संबंधी जो घोषणा की है, उस पर कार्रवाई नहीं हुई। संसदीय कार्य मंत्री खन्ना ने कहा कि यह घटना दुखद है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि सरकार कानून सम्मत तरीके से सजा दिलाने का काम करती है और इसमें सरकार ने कोई ढील नहीं की। सरकार ने मामले में जो भी अपराध हुआ है उसमें मुकदमा पंजीकृत करवाया और यह सरकार अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के पक्ष में है और आगे भी रहेगी।