Highlights
- गोंडा के सरकारी अस्पताल में प्रसूता को भर्ती करवाया गया था
- रविवार को तड़के करीब तीन बजे महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया
- स्वास्थ्य कर्मियों ने बच्चे को ऑक्सीजन पर रखने का कहकर दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया
Uttar Pradesh News: गोंडा जिले में एक सरकारी अस्पताल में जन्मे नवजात बच्चे को किसी जानवर द्वारा निवाला बनाए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए जांच समिति का गठन किया है, वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी एक जांच समिति बनाई है। इस बीच, पीड़ित की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव का पंचनामा करवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बच्चो को जानवरों ने बनाया अपना निवाला
जिलाधिकारी (डीएम) उज्ज्वल कुमार ने पत्रकारों को बताया कि मौके पर पहुंची जांच टीम द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, प्रथमदृष्टया नवजात के चेहरे को चूहे द्वारा कुतरे जाने का मामला लग रहा है। पुलिस के अनुसार, जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बछईपुर निवासी सिराज अहमद की पत्नी सायरा बानो को प्रसव पीड़ा के कारण शनिवार की देर रात करीब 10 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुजेहना में भर्ती कराया गया था। रविवार को तड़के करीब तीन बजे महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसकी सांसें न के बराबर चल रही थीं। इस बीच, ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने नवजात शिशु को ऑक्सीजन पर रखने की बात कहते हुए दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया और परिजनों को वहां से बाहर कर दिया। परिजनों ने कहा कि सुबह स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बताया कि नवजात की मौत हो गई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि जब शिशु को उन्होंने देखा तब पता चला कि उसे किसी जानवर ने अपना निवाला बनाया था। उन्होंने तत्काल घटना के बारे में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी और स्थानीय पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मामले में हुआ जांच समिति का गठन
प्रभारी निरीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि बछईपुर थाना क्षेत्र में धानेपुर निवासी महिला के भाई हारून ने रात्रि ड्यूटी पर तैनात अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस बीच, जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की अगुवाई में दो सदस्यीय जांच समिति गठित करते हुए मामले में रविवार को ही रिपोर्ट तलब की है। जांच टीम के एक अन्य सदस्य के रूप में सीएमओ शामिल हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि यह बहुत ही जघन्य घटना है। मामले की जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा ने भी अपने स्तर से दो सदस्यीय जांच टीम गठित करके तत्काल रिपोर्ट तलब की है।
पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि बच्चे के साथ हुआ क्या
डॉ वर्मा ने बताया कि डीएम द्वारा गठित समिति के सदस्य के रूप में वह स्वयं जांच करने जा रही हैं। इसके अलावा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी की दो सदस्यीय टीम गठित करते हुए पूरे मामले की गहनता से जांच कर विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंची जांच टीम द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, प्रथमदृष्टया नवजात के चेहरे को चूहे द्वारा कुतरे जाने का मामला लग रहा है। उन्होंने किसी भी जंगली जीव द्वारा उसे नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका से साफ इनकार किया। कुमार ने बताया कि नवजात के शरीर पर चोटों का परीक्षण करने के लिए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मामले को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को अपनी पार्टी के एक ट्वीट को रीट्वीट किया है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर तंज किया गया है। ट्वीट में कहा गया है, ‘‘गोंडा के मुजेहना सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भारी लापरवाही सामने आई है। प्रसव के बाद प्रसव कक्ष में बच्चे को रखा गया जहां जंगली जानवर ने बच्चे का मुंह खा लिया।’’ इसी ट्वीट में सपा ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘योगी राज में उत्तर प्रदेश में सरकारी अस्पतालों के ये शर्मिंदगी भरे और शर्मनाक भयावह असुरक्षित हालात हैं। जनता आखिर क्या करे और कहां जाए।’’