Uttar Pradesh: जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि आतंकवाद से परेशान जम्मू-कश्मीर का आम आदमी अब ना सिर्फ आंतकवाद के खिलाफ है बल्कि वह अब दहशतगर्दी के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की मदद कर रहा है। सिन्हा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित दुष्यंत स्मृति सम्मान समारोह में भाग लेने से पूर्व गांव टिकरी स्थित गुरुकुल आश्रम में कुलाधिपति स्वामी विवेकानन्द सरस्वती महाराज से मुलाकात करने के बाद संवाददताओं से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाये जाने बाद से जम्मू कश्मीर के हालात में परिवर्तन आया है।
'370 के खत्म होने के बाद टूट गई आतंकवाद की कमर'
सिन्हा ने कहा कि अभी हाल ही में आजादी के अमृत महोत्सव में जिस तरह से जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बढ़कर हिस्सा लिया वह बदलाव को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा, "हमारा मकसद कश्मीर के लोगों के साथ मिलकर, उनके दु:ख, दर्द को साझा करके जम्मू-कश्मीर को देश का सर्वश्रेष्ठ विकसित राज्य बनाना है।’’ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बाद में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित हुए दुष्यंत स्मृति सम्मान समारोह पहुंचे। वहां उन्होंने मुख्य अतिथि के रुप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद आतंकवाद की कमर तोड़ दी है और उसके पूरे ‘इकोसिस्टम’ पर प्रहार हो रहा है।
आतंकवाद का खात्मा होने जा रहा: मनोज सिन्हा
केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल ने कहा ने कहा, "एक जमाना था, भारत सरकार के विमान में शांति के लिए आतंकवादियों को लाया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। पहले शांति खरीदी जाती थी और अब शांति स्थापित की जाती है। अब कश्मीर में किसी निर्दोष की हत्या नहीं होती है।’’ उन्होंने दावा किया कि अब आतंकवाद का खात्मा होने जा रहा है। सिन्हा ने कहा कि पिछले सात महीने में 147 आतंकवादी, सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए हैं जिनमें 42 विदेशी आतंकवादी थे।