Highlights
- आरोपियों के खाते में भेज दिए करोड़ों रुपये
- क्रिप्टो मुद्रा में निवेश कर दिया गया भारी मुनाफा कमाने का लालच
- इंजीनियर के खाते में ठगी के 35 लाख रुपये भेजे गए
Uttar Pradesh: ऑनलाइन सेवाओं ने एक तरफ लोगों के लिए सुविधा दी है तो दूसरी तरफ साइबर ठगों से लुटने जरिया भी बना है। आजकल लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहे है। साइबर ठग लगातार लोगों को झांसा देकर अपना शिकार बना कर उनकी मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बिल्डर से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी हुई है। ऑनलाइन निवेश के नाम पर बिल्डर से हुई धोखाधड़ी। इस मामले में पुलिस ने मुंबई निवासी एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। ऐसा आरोप है कि यह ठगी एक वेबसाइट के माध्यम से क्रिप्टो मुद्रा में निवेश कर भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर की गई थी।
ठगी की रकम चीन, फिलीपीन, मलेशिया और अन्य देशों में भेजी गयी
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि ठगी की रकम चीन, फिलीपीन, मलेशिया और अन्य देशों में भेजी गयी है। पुलिस ने इस मामले में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है उसका बैंक खाता इस ठगी में इस्तेमाल हुआ था। अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
क्रिप्टो मुद्रा में निवेश कर भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया गया
नोएडा के साइबर अपराध थाने की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि मेरठ के रहने वाले योगेंद्र कुमार चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जुलाई में टेलीग्राम सहित इंटरनेट मीडिया के अन्य मंचों पर उनकी मुलाकात एनी नामक महिला से हुई। एनी ने अपनी वेबसाइट के बारे में योगेंद्र को बताया और वेबसाइट के माध्यम से क्रिप्टो मुद्रा में निवेश कर भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया।
आरोपियों के खाते में भेज दिए करोड़ों रुपये
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने शुरुआती दिनों में योगेंद्र चौधरी को कुछ मुनाफा दिया। उन्हें उनकी बातों पर विश्वास हो गया और उन्होंने आरोपियों के खाते में 1 करोड़ 84 लाख 70 हजार रुपये भेज दिए। उन्होंने बताया कि बाद में आरोपियों ने उन्हें रकम देनी बंद कर दी। उन्हें जब शक हुआ तो उन्होंने इस मामले की शिकायत साइबर अपराध थाने में की।
इंजीनियर के खाते में ठगी के 35 लाख रुपये भेजे गए
यादव ने कहा कि साइबर अपराध पुलिस ने मुंबई में रहने वाले इंजीनियर भूलेश्वर नाथ मिश्रा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अभियुक्त के बैंक खाते में ठगी के 35 लाख रुपये भेजे गए।