Highlights
- उत्तर प्रदेश में रात्रिकालीन कर्फ्यू में एक घंटे की ढील
- अब रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगी पाबंदी
- यूपी में 14 फरवरी से खुलेंगे सभी स्कूल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 संक्रमण के चलते चल रहे रात्रिकालीन कर्फ्यू में एक घंटे की ढील दी है। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने रविवार को बताया, ''रात्रिकालीन कर्फ्यू रात 10 बजे के बजाय अब 11 बजे रात से सुबह छह बजे तक लागू होगा।" इससे पहले राज्य में रात्रिकालीन कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक था। रात के कर्फ्यू में ढील चुनाव आयोग द्वारा कोविड-19 की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार का हवाला देते हुए पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव अभियान में कार्यक्रम में ढील देने की घोषणा करने के एक दिन बाद दी गई है।
सोमवार से खुलेंगे सभी स्कूल
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि प्रदेश में कोरोना नाइट कर्फ्यू अब रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। स्कूल, जिम, रेस्टोरेंट, होटल और सिनेमा हाल खुलने के बाद गृह विभाग ने नाइट कर्फ्यू का समय 1 घंटा कम कर दिया है। बता दें कि, उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार यानी 14 फरवरी से कक्षा एक से 12वीं तक सभी स्कूलों को भी खोलने के आदेश दिया है।
सरकारी कार्यालय भी फुल कैपेसिटी से खुलेंगे
कोरोना की थमी रफ्तार को देखते हुए सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने के भी आदेश दे दिए हैं। सरकारी काम में जनता को जो बाधाएं आ रही थीं, अब वह कम हो जाएंगी क्योंकि कर्माचारी दफ्तरों में वापस आ रहे हैं।
निर्वाचन आयोग ने सीमित संख्या के साथ पदयात्राओं की अनुमति दी
इससे पहले शनिवार को निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार पर कोविड-19 के कारण लगे प्रतिबंधों में ढील देते हुए सीमित संख्या में लोगों के साथ पदयात्राओं की अनुमति दे दी और साथ ही प्रचार अभियान के लिए एक दिन में चार घण्टे का समय बढ़ा दिया।
आयोग के अनुसार, चुनाव प्रचार अब सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक के बजाय सुबह छह बजे से रात 10 बजे के बीच किया जा सकता है जिसमें कोविड उपयुक्त व्यवहार और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इससे उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को एक दिन में प्रचार करने के लिए चार घंटे और मिलेंगे।
निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के चलते प्रत्यक्ष रैलियों, रोड शो और पदयात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। आयोग समय-समय पर महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहा है और कुछ छूट दे रहा है।