Highlights
- प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने दी जानकारी
- अप्रैल में गोरखपुर में किया गया था पहला गरिमा गृह बनाने का ऐलान
- सरकार 75 घरों के साथ समुदाय के लिए 75 सुरक्षा प्रकोष्ठ भी बनाएगी- असीम अरुण
UP News: हिंदू धर्म में कोई भी जब सुबह कार्य होता है तो हम किन्नरों को जरूर इनवाइट करते हैं। आपने देखा होगा कि किसी के घर में जब बच्चा होता है तो ढेर सारी बधाइयां दी जाती है साथ ही साथ किन्नरों के द्वारा भी आशीर्वाद लिया जाता है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब ट्रांसजेंडरों के विकास के लिए एक अहम कदम उठाने जा रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए 'गरिमा गृह' स्थापित करेंगी। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम प्रकार के स्कूलों में सभी ट्रांसजेंडरों को पहचानपत्र प्रदान करने और समुदाय के सदस्यों के बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने का भी निर्णय लिया गया है।
सरकार 75 घरों के साथ समुदाय के लिए 75 सुरक्षा प्रकोष्ठ भी बनाएगी- असीम अरुण
प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि प्रत्येक जिले में 'गरिमा गृह' स्थापित किया जाएगा और जहां ट्रांसजेंडर समुदाय को शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा और उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया जाएगा, जिनका वे लाभ उठा सकते हैं। राज्य सरकार 75 घरों के साथ समुदाय के लिए 75 सुरक्षा प्रकोष्ठ भी बनाएगी। असीम अरुण ने कहा, "विचार यह है कि एक बार सभी ट्रांसजेंडर लोगों के पास पहचानपत्र हो जाने के बाद उन सभी को नामांकित किया जा सकता है और विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ा जा सकता है।"
अप्रैल में गोरखपुर में किया गया था पहला गरिमा गृह बनाने का ऐलान
वहीं इससे पहले अप्रैल में सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर में ट्रांसजेंडर के लिए उत्तर प्रदेश का पहला ‘गरिमा गृह’ स्थापित करने की घोषणा की गई थी। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की इस योजना के अंतर्गत इस गरिमा गृह का उद्देश्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को आश्रय प्रदान करना है। गरिमा गृह का संचालन ट्रांसजेंडरों द्वारा संचालित समुदाय आधारित संगठन के सहयोग से किया जाएगा। सीडीओ इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को यूपी ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य किन्नर महामण्डलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरि की मौजूदगी में यह घोषणा की गई थी।