Highlights
- रिश्वत लेने के मामले में एसआई हुए सस्पेंड
- युवक को पूछताछ के बहाने घंटों बैठाए रखा
- युवक पर चोरी का आरोप, जमकर पीटा था
UP News: उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के पुलिस अधीक्षक ने एक युवक की पिटाई और उसे छोड़ने के बदले रिश्वत लेने के मामले में विजयीपुर पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक (एसआई) और दीवान (हेड कांस्टेबल) को शनिवार को निलंबित कर दिया।
खागा के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) संजय कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को सिलमी गांव निवासी रामसुमेर पर चोरी का आरोप लगाकर पड़ोसी उसे पकड़कर किशुनपुर थाने की विजयीपुर पुलिस चौकी ले गए थे। उन्होंने बताया कि चौकी में प्रभारी उमेश पटेल और दीवान (हेड कांस्टेबल) शिवाकांत सिंह ने उसे पूछताछ के बहाने घंटों बैठाए रखा और उसे पीटा।
सिंह ने बताया कि दोनों ने उसे छोड़ने के रिश्वत भी लिया। सीओ ने बताया कि पीड़ित रामसुमेर ने शुक्रवार को पूरी घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक को बताया। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया आरोप सत्य साबित होने पर विजयीपुर पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक (एसआई) उमेश पटेल और हेड कांस्टेबल (दीवान) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मामले की विभागीय जांच जारी है।
वाइल्डलाइफ एसओएस ने 25 किग्रा के कछुए को बचायावहीं, उत्तर प्रदेश में आगरा के छावनी क्षेत्र की रेलवे कॉलोनी में जूट की बोरी के अंदर लगभग 25 किलोग्राम वजन का इंडियन सोफ्टशेल टर्टल (कछुआ) पाया गया, जिसे वाइल्डलाइफ एसओएस के सदस्यों ने बचाया किया। एसओएस के सदस्य श्रेयस पचौरी ने इस संबंध में शनिवार को बताया कि कछुए को वर्तमान में चिकित्सा निगरानी में रखा गया है और जल्द ही वाइल्डलाइफ एसओएस के पशु चिकित्सकों द्वारा फिट करार दिए जाने पर वापस उसके प्राकृतिक पर्यावास में छोड़ दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रेलवे कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने शुक्रवार की शाम को एक अजीब दृश्य देखा कि एक बड़ा सा कछुआ सड़क किनारे जूट की बोरी में बंद था और उसके शरीर के चारों ओर रस्सियां बंधी हुई थीं। उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में वाइल्डलाइफ एसओएस की हेल्पलाइन को तुरंत संपर्क किया गया, जिसके बाद दो-सदस्यीय टीम सहायता के लिए पहुंची और उसने कछुए को बचाया। कछुए की पहचान इंडियन सोफ्टशेल टर्टल के रूप में हुई, जो दक्षिण एशिया के मीठे पानी में पाई जाने वाली प्रजाति है।