Highlights
- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत 30 लोगों ने दिया इस्तीफा
- SBSP ने विधानसभा चुनाव SP के साथ गठबंधन में लड़ा था
- ओपी राजभर कर रहे हैं सावधान यात्रा
UP News: उत्तर प्रदेश की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। समाजवादी पार्टी के गठबंधन से अलग होने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) में ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ बड़ी बगावत हो गई है। सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र राजभर ने सोमवार को दर्जनों पदाधिकारियों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
'ओमप्रकाश राजभर केवल पैसा कमाने में जुटे'
पार्टी छोड़ते हुए महेंद्र राजभर ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि, "ओमप्रकाश राजभर पार्टी के मिशन से भटक गए हैं। वे किसी भी तरह से सिर्फ पैसे कमाने में लगे रहते हैं। पार्टी की स्थापना समाज के उत्थान के लिए हुई थी, लेकिन अब वह अपने लक्ष्य से भटक गई है।"
'खून-पसीने से बनी पार्टी का इस्तेमाल उन्होंने केवल धन बटोरने के लिए किया'
उत्तर प्रदेश के मऊ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महेन्द्र राजभर ने आरोप लगाया कि, "सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ऐन केन प्रकारेण सिर्फ धन बटोरने के चक्कर में लगे रहते हैं।" उन्होंने कहा कि, "20 साल पहले 27 अक्टूबर 2002 को सबकी मौजूदगी में पार्टी की स्थापना की गई थी। उस समय पार्टी का मिशन गरीब, दलित, मजदूर और वंचित समाज का उत्थान रखा गया था जबकि उसके बाद से कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बनी पार्टी का इस्तेमाल उन्होंने केवल धन बटोरने के लिए किया।" उनकी इस सियासत से आहत होकर प्रदेश महासचिव अर्जुन चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.अवधेश राजभर सहित दर्जनों साथियों सहित सुभासपा की सदस्यता छोड़ने का निर्णय लिया है।
ओपी राजभर कर रहे हैं सावधान यात्रा
वहीं ओपी राजभर अभी सावधान यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने ये यात्रा वाराणसी से शुरू की थी। वहीं इसका यात्रा का समापन बिहार की राजधानी पटना में होगा। सुभासपा की इस यात्रा का एलान अखिलेश यादव की पदयात्रा के बाद हुआ था। जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ लोगों को सावधान करने की बात कही थी।