Highlights
- शिवपाल यादव के साथ CM योगी की डिनर पार्टी में पहुंचे ओपी राजभर
- कहा था, अखिलेश यादव से है तलाक का इंतजार
- द्रौपदी मुर्मू से भी की मुलाकात
UP News: अभी लोकसभा उपचुनावों में मिली हार का दर्द अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सीने से गया नहीं था, कि अब उनके गठबंधन के साथी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) उनको और दर्द देने पर तुले हुए हैं। कल मीडिया से बात करते हुए ओपी राजभर ने कहा था कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से तलाक मिलने का इंतजार है। और अब वह अखिलेश यादव के बाग़ी चाचा शिवपाल यादव के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डिनर पार्टी में पहुंच गए।
दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने कल एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में एक डिनर पार्टी का आयोजन किया था। इस डिनर पार्टी में जहां एक ओर राजा भैया पहुंचे थे, वहीं दूसरी ओर शिवपाल यादव के साथ ओपी राजभर भी पार्टी में द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे थे।
अखिलेश यादव और ओपी राजभर के बीच आ गई है तल्ख़ी?
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कल मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है और वह सपा से गठबंधन तोड़ने को लेकर अपने स्तर से पहल नहीं करेंगे। सुभासपा और सपा के बीच तल्खी बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति पद के लिये विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नजर आई थी, क्योंकि सपा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गठबंधन के सहयोगी रालोद के प्रमुख जयंत सिंह को तो बुलाया था, लेकिन सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर नजर नहीं आए थे।
राजभर ने कहा कि वह सपा से गठबंधन तोड़ने को लेकर अपने स्तर से पहल नहीं करेंगे। उन्होंने सपा से तल्खी को लेकर मीडिया में आई खबरों पर बोलते हुए कहा, ‘‘उन्हें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह अब भी सपा के साथ हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव यदि उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहेंगे तो वह सपा के साथ जबरदस्ती नहीं रहेंगे।’’
राष्ट्रपति पद के चुनाव में समर्थन को लेकर 12 जुलाई को करेंगे घोषणा
उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में आयोजित बैठक में सम्मिलित नहीं होने को लेकर पूछे जाने पर कहा कि अखिलेश यादव भूल गए होंगे, इसलिए उन्हें बैठक में नहीं बुलाया। राजभर ने एक सवाल के जबाव में कहा कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर समर्थन के मसले पर अपने फैसले की घोषणा 12 जुलाई को करेंगे। उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को मऊ और शनिवार को बलिया एवं गाजीपुर में पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात करेंगे तथा इसके बाद अपना फैसला सार्वजनिक करेंगे। उन्होंने यशवंत सिन्हा के समर्थन को लेकर पूछे जाने पर कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं है।