Highlights
- मुख्तार अंसारी के करीबियों पर कसा जा रहा शिकंजा
- 100 से ज्यादा बेनामी संपत्ति के कागजात मिले
- जुलाई 2021 में ED ने मुख्तार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया
UP News: यूपी में माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। अब माफिया और मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के करीबियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। ED के सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी में मुख्तार और उनके करीबियों के यहां से मिले दस्तावेज में 100 से ज्यादा बेनामी संपत्ति और संदिग्ध मामलों के कागजात मिले हैं। ईडी ने छापे की जद में आए लोगों को नोटिस भी भेजा गया है। सोमवार से इन लोगों को ED के सामने अपना पक्ष रखना है।
बता दें कि जुलाई 2021 में ED ने मुख्तार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था और इस छापेमारी से ठीक पहले बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार से लंबी पूछताछ भी की थी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में छापेमारी और पूछताछ में और तेजी आएगी।
हालही में गाजीपुर में हुई थी छापेमारी
बता दें कि हालही में गाजीपुर में मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari) के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा था। मुख्तार अंसारी के परिवार और उनके करीबियों के यहां छापेमारी की जा रही थी। जानकारी के मुताबिक, जिला मुख्यालय में तीन जगहों पर ईडी की टीम ने छापा मारा था।
वहीं मोहम्मदाबाद में भी छापे की कार्रवाई की गई थी। जिला मुख्यालय पर विक्रम अग्रहरि, खान बस सर्विस के मालिक, गणेश दत्त मिश्रा के यहां भी छापे की कार्रवाई की गई थी। उधर, दिल्ली में मुख्तार के बाई अफजाल अंसारी के घर पर भी ईडी के छापे चल रहे थे। सुबह 7 बजे के करीब तीन गाड़ियों में 8 से 10 ED के अधिकारी पहुंचे थे।
यूपी में माफियाओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई
बता दें कि इससे पहले जुलाई के आखिरी हफ्ते में योगी सरकार ने माफिया और मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की थी। यूपी की मऊ पुलिस ने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी, विधायक बेटा अब्बास अंसारी और साले को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
ये कार्रवाई इसलिए की गई थी क्योंकि यूपी पुलिस ने हाल ही में विधायक बने अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) और उनकी मां अफसा अंसारी को गिरफ्तार करने के लिए कई जगहों पर दबिश दी थी, लेकिन दोनों का पता नहीं चल सका था।