Highlights
- यूपी के गाजियाबाद में नॉन वेज को लेकर बड़ा फैसला
- दूधेश्वरनाथ मंदिर और मंदिरों के 500 मीटर के दायरे में सभी मीट की दुकानें बंद रहेंगी
- 18 जुलाई से 27 जुलाई तक लागू रहेगा नियम
UP News: यूपी के गाजियाबाद में नॉन वेज को लेकर प्रशासन ने बड़ा फैसला किया है। गाजियाबाद डीएम राकेश कुमार सिंह ने शनिवार को आदेश दिया है कि मुख्य कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली सभी मीट (नॉन वेज) की दुकानें और मीट परोसने वाले होटल बंद रहेंगे। ये फैसला 18 जुलाई से 27 जुलाई तक लागू रहेगा। इस दौरान मीट परोसने वाले होटल भी बंद रहेंगे। डीएम राकेश कुमार सिंह ने धारा 144 के तहत ये आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि दूधेश्वरनाथ मंदिर और मंदिरों के 500 मीटर के दायरे में सभी मीट की दुकानें बंद रखी जाएंगी।
बता दें कि कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबल के जवान पूरे राज्य में मुस्तैद हैं। पूरे राज्य में 151 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल तैनात हैं। सुरक्षा में बड़े अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ 30 डिप्टी एसपी, 13 एडिशनल एसपी, 309 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 1250 कॉन्स्टेबल/हेड कॉन्स्टेबल और 132 ट्रैफिक पुलिस कर्मी ड्यूटी पर हैं।
कांवड़ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा
इससे पहले हरिद्वार में चल रही कांवड़ यात्रा पर आतंकी खतरे के बारे में खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद हरिद्वार प्रशासन को केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सुरक्षा चाकचौबंद करने के निर्देश दिए थे। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) योगेंद्र सिंह रावत ने बताया था कि देश में वर्तमान हालात को देखते हुए कांवड़ यात्रा पर आतंकी खतरे की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने खुफिया एजेंसियों की संबंधित रिपोर्ट को देखते हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश समित कई राज्यों को तत्काल सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए है।
आतंकी संगठनों का निशाना बन सकती है कांवड़ यात्रा
रावत ने कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश को खास सतर्कता बरतने को कहा गया है, जिसे लेकर हरिद्वार पुलिस ने केंद्र से अर्धसैनिक बल की 6 अतिरिक्त कंपनी की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जनपद में 6 बम निष्क्रिय दस्ते, दो आतंकवाद-निरोधक दस्ते, पांच श्वान दस्तों के साथ साथ कावड़ियों की वेशभूषा में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। एसएसपी ने बताया कावड़ यात्रा आतंकी संगठनों के लिए एक आसान निशाना हो सकती है लेकिन पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
कांवड़ मेला क्षेत्र मे पुलिस प्रशासन सीसीटीवी और ड्रोन से भी नजर रख रही है। सोशल मीडिया पर भी पुलिस कड़ी निगाह रखे हुए है, जिससे सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें ना फैलें।