Highlights
- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से और मजबूत हुआ रोड इंफ्रास्ट्रक्चर
- 1225 किमी तक एक्सप्रेस-वे का होगा विस्तार
- गंगा-एक्सप्रेस-वे से 12 जिलों को मिलेगा लाभ
UP News: ऐसा कहा जाता है कि सड़कें किसी प्रदेश की तरक्की का आईना होती हैं। सरकार की बेहतर नीतियां और इंफ्रास्ट्रक्चर ही प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ाते हैं। अगर बात की जाए उत्तर प्रदेश की तो यहां के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। विकास और बदलाव की इसी शृंखला में अगला नाम जुड़ने जा रहा है बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) का। जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि चित्रकूट से दिल्ली की दूरी यात्री महज सात घंटों में ही तय कर सकेंगे। वैसे 296 किमी के इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा 16 जुलाई को किया जाना है, जिसकी सुरक्षा में अभी से बड़ी तादात में पुलिस जवानों को तैनात कर दिया गया है।
28 महीनों के अंदर बना छठा एक्सप्रेस-वे
उत्तर प्रदेश में सड़कों की प्रगति की रफ़्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डबल इंजन की सरकार ने तय समय से आठ महीने पहले ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) का निर्माण पूरा कर लिया। बता दें कि 29 फरवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रदेश के छठे एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था और 16 जुलाई 2022 से इस एक्सप्रेस-वे द्वारा यात्रीगण अपने सफर को सहज और सुगम बना सकेंगे।
विकास में मील का पत्थर बनेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
14,849.09 करोड़ रुपये से तैयार हुआ एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड के विकास में सहायक तो होगा साथ ही प्रदेश की कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और उद्योग क्षेत्र की आय को भी बढ़ाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, बांदा, औरैया-इटावा होते हुए आगरा-लखनऊ और यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) के कॉरिडोर से भी जुड़ेगा। खास बात यह है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) के पास इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण और प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान की स्थापना के अवसर भी मिलेंगे, ताकि वहां की जनता को इन सुविधाओं का लाभ मिल सके।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से और मजबूत हुआ रोड इंफ्रास्ट्रक्चर
वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 5 एक्सप्रेस-वे संचालित हो रहे हैं, जिनमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (302 किमी), दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (96 किमी), यमुना एक्सप्रेस-वे (165 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किमी) और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (25 किमी) शामिल हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (296 किमी) के शामिल हो जाने से प्रदेश में 1225 किमी तक एक्सप्रेस-वे का विस्तार हो जाएगा, जबकि इनके अलावा सरकार कई और प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है, जिससे प्रदेश में यातायात और सुगम हो सके।
इन 7 प्रोजेक्ट्स पर भी फोकस
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) पर वाहनों के संचालन के बाद केंद्र और प्रदेश सरकार निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे के काम को और तेजी से पूरा कराने में जुट जाएगी। हालांकि अभी 4 एक्सप्रेस-वे ऐसे हैं जिनका काम या तो शुरू हो चुका है या फिर जल्द ही शुरू होने वाला है।
इनके बारे में इस तरह समझा जा सकता है-
1. गंगा-एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway)- उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे (594 किमी) का शिलान्यास 18 दिसंबर 2021 को पीएम मोदी (PM Modi) कर चुके हैं। अभी तक यह कीर्तिमान पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किमी) के पास था। इसका फायदा हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल समेत 12 जिलों को मिलेगा और निर्माण पूरा होने के बाद मेरठ से प्रयागराज जाने में केवल छह से सात घंटे लगेंगे।
2. गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे (Ghaziabad-Kanpur Expressway)- केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने इस प्रोजेक्ट के बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी। बकौल केंद्रीय मंत्री, यह एक्सप्रेस-वे 380 किमी लंबा होगा और इसका निर्माण 2025 में पूरा होगा। इसके माध्यम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को लखनऊ-कानपुर तक जाने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे के अलावा एक और विकल्प मिलेगा।
3. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे (Lucknow-Kanpur Expressway)- 63 किमी के इस एक्सप्रेस-वे के बनने से लखनऊ और कानपुर के बीच लगने वाले जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। यही नहीं जो यात्री अभी अपना सफर डेढ़ से 2 घंटे में पूरा करते हैं वे महज़ 45 मिनट में सफर पूरा कर सकेंगे।
4. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur Link Expressway)- इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 91 किमी है। इसे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) से जोड़ने के लिए भी बनाया जा रहा है। इसका रूट गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सालारपुर गांव तक रहेगा। इस वर्ष योगी सरकार ने एक्सप्रेस-वे के लिए बजट में पर्याप्त राशि आवंटित की है, जिससे कि आस-पास के क्षेत्रों में IT सेक्टर को बढ़ावा मिले ताकि बड़ी संख्या में युवाओं को भी लाभ मिल सके।
रिपोर्ट- शाश्वत गुप्ता