Highlights
- विजय मिश्रा के बेटे को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
- भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक रहे बाहुबली नेता विजय मिश्रा
- विष्णु मिश्रा के खिलाफ कुल आठ मुकदमें दर्ज
UP News: भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक रहे बाहुबली नेता विजय मिश्रा के एक लाख के इनामी बेटे विष्णु मिश्रा (Vishnu Mishra) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है। गौरतलब है कि विष्णु को पुणे से गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया था। विष्णु पर गैंगरेप और धोखाधड़ी का आरोप है। विष्णु मिश्रा के खिलाफ कुल आठ मुकदमें दर्ज हैं और एक लाख रुपए का इनाम भी है। विष्णु (Vishnu Mishra) 2 साल से फरार भी चल रहा था और उसे पकड़ने के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।
बता दें कि 4 बार के पूर्व विधायक विजय मिश्रा (Former MLA Vijay Mishra) को साल 2020 में मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। वह आगरा जेल में बंद हैं। दरअसल उनके एक रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनकी संपत्ति को हड़पा, धोखाधड़ी की और जान से मारने की धमकी दी।
विष्णु मिश्रा के वकील के मुताबिक, उसकी पेशी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सबीहा खातून की अदालत में हुई, फिर उसे एक और मुकदमे में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट साधना गिरि की अदालत में पेश किया गया।
गायिका से रेप और प्रॉपर्टी हड़पने का मामला
विष्णु मिश्रा के खिलाफ वाराणसी की रहने वाली एक गायिका ने गैंगरेप मामले में केस दर्ज कराया था। इसके अलावा उस पर प्रॉपर्टी हड़पने के एक मामले में रिश्तेदार ने भी मुकदमा दर्ज कराया था। इन मामलों में पूर्व विधायक का बेटा काफी समय से फरार भी चल रहा था।
कब हुई गिरफ्तारी
विष्णु को एसटीएफ वाराणसी ने महाराष्ट्र के पुणे से 24 जुलाई को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ ने बुधवार की रात करीब 9.30 पर विष्णु की आमद भदोही के गोपीगंज कोतवाली में कराई। बता दें कि विष्णु मिश्रा को एसटीएफ की टीम ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया था, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मामले में अगली तारीख 12 अगस्त है।
काफी समय से विष्णु को तलाश कर रही थी पुलिस
पुलिस काफी समय से विष्णु मिश्रा की तलाश कर रही थी लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। उसके खिलाफ सबसे पहले लुक आउट नोटिस जारी करके 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। बाद में इस इनाम राशि को पहले 50 हजार बढ़ाया गया, फिर एक लाख कर दिया गया।