Highlights
- नाव पलटने से 17 लोगों के डूबने की आशंका
- डूबने से अब तक 11 लोगों के मरने की पुष्टि
- शवों की तलाश के लिए तलाशी अभियान जारी
UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दो दिन पहले नाव पलटने से जिन 17 लोगों के डूबने की आशंका थी, उनमें से आठ के शव शनिवार को जिले में यमुना नदी से निकाले गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। इन शवों के बरामद होने के साथ ही गुरुवार को बांदा जिले के समगरा गांव में हुई त्रासदी में अब तक 11 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। इनमें एक शव को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम मरका ले गई है।
पुलिस के अनुसार, फतेहपुर और बांदा दोनों ही जिलों की सीमा पर शवों की तलाश के लिए लगातार NDRF और SDRF की टीमें यमुना नदी में तलाशी अभियान चला रही हैं। अब तक कुल 11 शव बरामद हो चुके हैं, बाकी लापता लोगों की तलाश जारी है। फतेहपुर की जिलाधिकारी (डीएम) श्रुति ने बताया कि फतेहपुर जिले में बरामद हुए शवों की शिनाख्त बांदी निवासियों रामकरण (40), गीता (38), माया देवी (35), बाबू (45), फतेहपुर निवासियों झुल्लु (42), सीमा (37) और प्रीती (22) के रूप में हुई है।
फतेहपुर जिले के किशनपुर थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) संजय तिवारी ने शनिवार को सुबह बताया, "थाना क्षेत्र में यमुना से सात शव बरामद किए गए हैं, इनमें एक शव एनडीआरएफ की टीम मरका ले गई है। छह शव थाना परिसर में रखे हैं, जिनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है। ये शव घटनास्थल से करीब 15-20 किलोमीटर दूर बरामद हुए हैं।"
तीन शव पहले ही बरामद हो चुके थे
उन्होंने बताया कि गुरुवार को बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र के समगरा गांव के घाट से 30 से अधिक लोग नौका में सवार होकर यमुना नदी पार कर फतेहपुर जिले के कौहन घाट जा रहे थे, तभी बीच जलधारा में नौका डूब गई थी। बांदा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनंदन ने शुक्रवार शाम बताया था कि तीन शव पहले ही बरामद हो चुके थे। नौका में सवार 13 लोग तैरकर बाहर निकल आए और 17 लोग लापता हैं, जिनकी खोज में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम लगी हुई हैं।
यमुना घाट के नाव हादसे की घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान दो दिनों से फतेहपुर और बांदा जिले में डेरा जमाए हैं। सचान के साथ ही जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद भी वहां राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। राकेश सचान ने शनिवार को कहा कि सरकार नाव हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ है। उन्होंने कहा, "इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही पूरी मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे।