Highlights
- सुप्रीम कोर्ट ने ट्विन टावर को ढहाने की तारीख की तय
- दोनों टावरों में लगाया जायेगा 3700 किलो विस्फोटक
- कोर्ट ने दी थी एक सप्ताह की अतिरिक्त मोहलत
UP News: नोयडा के सुपरटेक कंपनी के ट्विन टावर को गिराने की तैय्रैयाँ जोर-शोर से जारी है। चौथे दिन मंगलवार को भी पलवल से विस्फोटक लाया गया। टावरों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। टावर को ध्वस्त करने के लिए 15 दिनों तक विस्फोटक लगाया जाएगा। दोनों टावरों में रोजाना 290 किलो विस्फोटक लगाया जा रहा है। उसमें 325 किलो सुपर पावर जैल, 63 हजार 3 सौ मीटर्स सोलर कार्ड, सॉफ्ट ट्यूब, जिलेटिन रॉड, 10 हजार 9 सौ 90 नंबर सुप्रीम डिले नॉन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर रैगिंग क्लास-6 और डिवीजन-2 होंगे। 4 इंस्टेंटएनोयस एक्सप्लोसिव डिवाइस का प्रयोग किया जाएगा। विस्फोटक लगाने का काम 60 लोग करेंगे।
दोनों टावरों में लगाया जायेगा 3700 किलो विस्फोटक
दोनो टावरों को ध्वस्त करने के लिए नौ हजार 800 छेद किए गए हैं। इन छेदों में करीब 3700 किलो विस्फोटक का उपयोग किया जाएगा। विस्फोटक लगाने के दौरान पुलिस, एडिफिश, और जेट डिमोलिशियन कंपनी के लोगों को ही परिसर में जाने की अनुमति है। 28 अगस्त को इन दोनों टावरों पर में विस्फोट किया जाना है।
सुपरटेक के दोनों इमारतों को 28 अगस्त को ध्वस्त किया जाएगा। इसे 4 सितंबर तक बढ़ाया जा सकता है। यानी 28 अगस्त के बाद सात दिन का बफर लिया गया है। पहले इसे 21 अगस्त को तोड़ा जाना था, लेकिन सीबीआरआई से क्लीयरेंस और सुपरटेक की ओर से अब तक स्ट्रक्च रल ऑडिट रिपोर्ट नहीं मिलने से दोनों इमारतों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू नहीं हो सका था।
कोर्ट ने दी थी एक सप्ताह की अतिरिक्त मोहलत
न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति ए.एस. बोपन्ना की पीठ ने दोनों टावर को गिराने की कवायद में जुटी एजेंसियों को इस आधार पर 29 अगस्त से चार सितंबर के बीच की एक सप्ताह की अतिरिक्त ‘मोहलत’ दी कि तकनीकी या मौसम संबंधी कारणों से इमारतों को ढहाने की प्रक्रिया में थोड़ी देरी हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक के प्रबंधन सहित अन्य सभी संबंधित एजेंसियों को टावर को गिराने की कवायद में जुटी एजेंसियों के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया। इससे पहले, 17 मई को अदालत ने विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर ट्विन टावर को ढहाने की समय सीमा 28 अगस्त तक बढ़ा दी थी। न्यायालय ने यह आदेश ‘इंटेरिम रेजोल्यूशन प्रोफेशनल’ (आईआरपी) की ओर से दायर अर्जी पर दिया, जिसमें ध्वस्तीकरण के लिए नियुक्त एजेंसी ‘एडिफिस इंजीनियरिंग’ द्वारा परीक्षण विस्फोटों के बाद डिजाइन में मामूली बदलाव के आधार पर दोनों इमारतों को ढहाने की समयसीमा 22 मई 2022 से तीन महीने बढ़ाकर 28 अगस्त 2022 करने का अनुरोध किया गया था।