Highlights
- अलीगढ़ जिले में अतरौली के कासिमपुर गांव की घटना
- ग्रामीणों ने क्लासरूम में मगरमच्छ को किया बंद
- वन विभाग को दी सूचना, वन कर्मियों ने मगरमच्छ को पकड़ा
UP News: अलीगढ़ जिले के अतरौली क्षेत्र स्थित कासिमपुर गांव के एक स्कूल में बुधवार को मगरमच्छ घुस आने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने उसे बहुत मुश्किल से एक कक्षा में बंद कर अधिकारियों को सूचना दी। स्कूल के स्टाफ कर्मियों ने बताया कि कासिमपुर गांव स्थित उनके स्कूल में आज सुबह एक मगरमच्छ घुस आया। उसे देख कर बच्चे तथा स्कूल कर्मी घबरा गए।
बाढ़ की वजह से गांव के तालाब तक पहुंचा मगरमच्छ
बच्चों का शोर सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीण लाठी लेकर आए और बड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को एक कमरे के अंदर बंद कर दिया। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने मगरमच्छ को पकड़ लिया। स्टाफ कर्मियों के मुताबिक अतरौली क्षेत्र के कासिमपुर गांव के नजदीक कई तालाब हैं जिनमें अक्सर घड़ियाल देखे जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अनेक बार स्थानीय प्रशासन का ध्यान इस तरफ दिलाया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने बताया कि गंगा नदी भी पास में ही बहती है। संभावना है कि पिछले दिनों आई बाढ़ की वजह से यह मगरमच्छ गांव के ही किसी तालाब में आ गया होगा, जहां से आज वह स्कूल में घुस गया।
खेत में मृत पायी गयी मादा तेंदुआ
बहराइच जिले में कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार के ककरहा वन रेंज में एक खेत में लगभग डेढ़ वर्ष की मादा तेंदुआ मृत पायी गयी। वन विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई। वन विभाग के अधिकारी के अनुसार, तेंदुए की मौत वन क्षेत्र पर आधिपत्य को लेकर संघर्ष हो सकता है। दुधवा नेशनल पार्क के मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक संजय पाठक ने बताया, 'वन कर्मियों को सूचना मिली कि कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज में महबूबनगर जंगल के पास एक खेत में एक मादा तेंदुए का शव मिला है। वन विभाग के कर्मियों ने मृत तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर उच्चाधिकारियों की अनुमति से विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों के पैनल द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में उसका पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद नियमानुसार मृतक तेंदुए के शव को जला दिया गया है।' पाठक ने बताया, 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट व स्थलीय निरीक्षण के निष्कर्ष से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मंगलवार तड़के एक ही प्रजाति के दो तेंदुओं के बीच संघर्ष के परिणाम स्वरूप मादा तेंदुए की मौत हुई है। मृत मादा तेंदुए की उम्र करीब डेढ़ वर्ष आंकी जा रही है जबकि हमलावर तेंदुए के बड़ी उम्र का होने की संभावना है।
इनपुट-भाषा