Highlights
- राज्य में वैट में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी: सीएम योगी
- राज्य में कोई नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा: सीएम योगी
- राज्य के राजस्व कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई: सीएम योगी
UP News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वैट (Value-added tax) को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए सरकार ने ये फैसला किया है कि राज्य में वैट में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी और ना ही कोई नया टैक्स लगाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि आने वाले समय में भी वैट में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। सीएम ने टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों के साथ राजस्व बढ़ोतरी के लिए मीटिंग भी की।
सीएम (CM Yogi) ने मीटिंग में इस बात की भी जानकारी ली कि जीएसटी में व्यापारियों की रजिस्ट्रेशन की स्थिति कैसी है और जीएसटी-वैट टैक्स की चोरी के लिए क्या कोशिश की जा रही है। इस दौरान सीएम ने इस बात के भी निर्देश दिए कि राजस्व बढ़ाने के लिए कोशिश की जाए।
सीएम (CM Yogi) ने बताया कि राज्य के राजस्व कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्रदेश का कुल राजस्व कलेक्शन 58,700 करोड़ रुपए था जोकि साल 2021-22 में बढ़कर लगभग एक लाख करोड़ रुपए हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के लक्ष्य 31,786 करोड़ रुपए के मुकाबले 32,386 करोड़ रुपए का कलेक्शन है। सीएम ने ये भी कहा कि राजस्व कलेक्शन को बढ़ाने के लिए शासन स्तर पर क्षेत्रीय अधिकारियों को हर हफ्ते टारगेट दिया जाएगा।
अप्रैल में पीएम ने वैट ना घटाने वालों राज्यों को लेकर जताई थी चिंता
आसमान छूती महंगाई से आम जनता का हाल बेहाल है। ऐसे में अप्रैल महीने में पीएम मोदी ने भी चिंता जताई थी। पेट्रोल डीजल पर मनमाना टैक्स वसूल रहे कुछ राज्यों से पीएम मोदी ने फिर से गुजारिश की थी कि वे जनता के मर्म को समझते हुए ईंधन पर वसूल रहे वैट में कटौती करें।
राज्यों में कीमतों की बढ़ती खाई
PM मोदी ने अप्रैल में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोधी राज्य सरकारों पर निशाना भी साधा था। उन्होंने कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतों का अंतर गिनाया था। उन्होंने कहा था कि मुंबई में 120 रुपए लीटर पेट्रोल है, जबकि पड़ोस के ही केंद्र शासित प्रदेश दमन दीव में यह 102 रुपए है। इसी तरह तमिलनाडु में 111 रुपए तो जयपुर में 118 रुपए लीटर है।
गौरतलब है कि पेट्रोल डीजल और गैस से लेकर आटा और तेल तक की कीमतें आसमान छू रही हैं। बीते साल नवंबर में केंद्र की एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद कुछ राज्यों ने वैट में कटौती की थी। लेकिन राज्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्य जनता पर टैक्स का बोझ लादते गए। देश के करीब 9 राज्यों की वैट से हो रही आय आसमान छू रही है। इसी साल अप्रैल में मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र को वैट की कमाई से जहां 3400 करोड़ का अतिरिक्त रेवेन्यू मिल रहा था, वहीं तमिलनाडु की जनता पर बोझ लादकर करीब 3000 करोड़ की अतिरिक्त कमाई हो रही थी।