Highlights
- चुनौतियां बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने का अवसर होती हैं: सीएम योगी
- "नशे के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी"
- "हमारे युवाओं को इस राष्ट्रीय अपराध की लड़ाई में योगदान करना होगा"
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से अवैध रूप से बनाई गई शराब और नशीले पदार्थों के कारोबार के खिलाफ 'निर्णायक लड़ाई' से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रथम स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य राज्य को स्वस्थ बनाना और नशे की लत को खत्म करना है। हमारे युवाओं को इस राष्ट्रीय अपराध के खिलाफ प्रदेश की लड़ाई में योगदान करना होगा ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल और सफल बने।’’
नशे कि खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अवैध रूप से बनाई गई शराब और नशीले पदार्थों के कारोबार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि इस कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने चुनौतियों के महत्व का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘चुनौतियां बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने का अवसर होती हैं। हमें हर चुनौती को एक अवसर के तौर पर लेना चाहिए और यह सोचे बगैर उनके खिलाफ एक कार्ययोजना बनाकर काम करना चाहिए कि उनके तात्कालिक प्रभाव क्या होंगे।"
मुख्य उद्देश्य इन क्षेत्रों में उन्नत रिसर्च करना है
सीएम योगी ने इस मौके पर यह भी कहा कि मौजूदा समय में विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च पर काम करना और उनका प्रकाशन बहुत जरूरी है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अपना ‘विजन’ प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि इससे भारत वैश्विक स्तर पर शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे मुख्य उद्देश्य शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में उन्नत रिसर्च करना है। सभी विश्वविद्यालयों तथा उच्च शिक्षण संस्थानों को शोध तथा विकास कार्य करते हुए बेहतर नतीजों के लिए एक दूसरे के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा विकसित करनी चाहिए।