Highlights
- नगर विकास विभाग ने शासन से की है मांग
- यूपी में 5 हजार लोगों के पास हैं खतरनाक प्रजाति के कुत्ते
- लखनऊ में 178 लोग के पास है रॉटविलर
UP News: उत्तर प्रदेश में कुत्तों के द्वारा हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले दिनों लखनऊ में पिटबुल ब्रिड के एक कुत्ते के द्वारा काटने के बाद एक महिला की मौत हो गई थी। जिसके बाद हिंसक प्रजाति के कुत्तों को पालने से रोक लगाने की मांग होने लगी थी। जिसके बाद शनिवार को मेरठ में भी इसी तरह की हुई घटना के बाद इस मुहिम को और भी बल मिला। अब खबर आ रही है कि राज्य में हिंसक ब्रिड वाले जानवरों के पालने पर रोक लगा सकती है।
राज्य के नगर विकास विभाग ने शासन में तीन हिंसक प्रजाति के कुत्तों के पालने पर रोक लगाने की मांग की है। इसको लेकर शासन को पत्र लिखा दिया गया है। इसमें पिटबुल और रॉटविलर जैसी प्रजातियां प्रमुख है। इसके अलावा एक प्रजाति मैस्टिम है, जिसके पालने पर रोक लगाने की मांग की गई है। नगर विकास विभाग के विशेष सचिव राजेन्द्र पनेशिया के नेतृत्व में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था।
पिटबुल ने लखनऊ में 80 साल की मालकिन को मार दिया था
पिछले दिनों लखनऊ में पिटबुल ने अपनी 80 साल की मालकिन को काट के मार डाला था। उसके बाद से ही कुत्तों को पालने का मामला गंभीर बना हुआ है। लखनऊ नगर निगम की एक सूची के अनुसार शहर में 27 लोगों के पास पिटबुल है। अगर यहां यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो उप्र देश का पहला राज्य होगा जहां किसी खास नस्ल के कुत्तों के पालने पर प्रतिबंध लगेगा। इससे पहले कई देश अपने यहां इसको पालने पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। गौरतलब है कि, न्यूजीलैंड, फ्रांस, बेल्जियम में पिटबुल के पालने पर पाबंदी लगी हुई है।
लखनऊ में 178 लोग के पास है रॉटविलर
सरकारी कागजों में दर्ज आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में 178 लोगों ने रॉटविलर पाल हुआ है। यह कुत्ता काफी हिंसक माना जाता है। पिछले दिनों गोमती नगर विस्तार के एक अपार्टमैंट में 10 साल की बच्ची को इस प्रजाति के कुत्ते ने काट लिया था। रॉटविलर ब्रिड के कुत्ते मुख्यतः जर्मनी में पाए जाते हैं। दुनिया की सबसे मशहूर प्रजातियों में से एक है। ये बेहद ताकतवर होते हैं, खासतौर पर इनके जबड़े। इनका प्रयोग रक्षा के लिए किया जाता है। अमूमन इन्हें अजनबी लोग और दूसरे कुत्ते बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं।
5 हजार लोगों के पास हैं खतरनाक प्रजातियों के कुत्ते
यूपी में करीब 5000 लोग ऐसे हैं, जिनके यहां सिबेरियन, हुसकी, डाबरमैन, पिन्सचर तथा बाक्सर ब्रीड-724, पिटबुल और रॉटविलर प्रजाति के कुत्ते पाले गए हैं। कुत्तों की प्रजाति को देखते हुए कई नगर निगमों ने अब अपने यहां रजिस्ट्रेशन शुल्क लगा दिया है। लखनऊ में यह पहले से था लेकिन प्रयागराज में इसको नया लागू किया गया है। अकेले लखनऊ में ऐसे 927 लोग हैं, जिनके यहां हिंसक प्रजाति के कुत्ते पले है। इसमें सिबेरियन, हुसकी, डाबरमैन, पिन्सचर तथा बाक्सर ब्रीड प्रजाति 724 लोगों के पास है।