Highlights
- मुस्लिम युवक बाबर अली (25) की इलाज के दौरान मौत
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए
- पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने पर कुशीनगर जिले में मिठाई बांटने और जश्न मनाने पर मुस्लिम युवक बाबर अली (25) की उसी के समुदाय के पड़ोसियों ने जमकर पिटाई की, जिसके बाद लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
घटना को लेकर एसडीएम वरुण कुमार पांडेय ने कहा कि, विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत का जश्न मनाने के लिए एक मुस्लिम युवक की हत्या कर दी गई, हमें बताया गया कि पीड़िता ने जान से मारने की धमकी की शिकायत की थी, लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं की गई। एफआईआर दर्ज कर ली गई है, हम मामले की जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जानकारी के अनुसार, बाबर को उसके पड़ोसियों ने 20 मार्च को रामकोला थाना क्षेत्र के कठघरही गांव में भाजपा की जीत का जश्न मनाने और पार्टी के चुनावी अभियान में भाग लेने के लिए पीटा था।
अधिकारियों के मुताबिक, लखनऊ में इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई और रविवार को जब शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने बताया कि हालांकि, कुशीनगर के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक पीएन पाठक व अन्य अधिकारी वहां पहुंच गए और परिजनों को समझाया, जिसके बाद वे शव को दफनाने के लिए राजी हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, मृतक की पत्नी फातिमा खातून की शिकायत पर पुलिस ने 21 मार्च को ही चार लोगों अजीमुल्ला, आरिफ, सलमा और ताहिद के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दो आरोपियों आरिफ व ताहिद को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि बाकी की तलाश जारी है। रिपोर्ट के अनुसार, बाबर विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के पीएन पाठक के लिए प्रचार करता था और पार्टी की जीत के दिन उसने न सिर्फ पटाखे फोड़े थे, बल्कि मिठाइयां भी बांटी थीं, जिसके बाद पड़ोसी बहुत नाराज हो गए और उसे जान से मारने की धमकी देने लगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, 20 मार्च को बाबर के पड़ोसियों ने उसे उसके घर में घेरकर डंडे से पीटना शुरू कर दिया और जब वह खुद को बचाने के लिए छत पर चढ़ गया तो उन्होंने उसे वहां से नीचे फेंक दिया। बाबर के भाई चंदे आलम और पत्नी फातिमा ने संवाददाताओं से कहा कि वे पड़ोसियों से सुरक्षा के लिए कई बार पुलिस और अन्य अधिकारियों के पास गए, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बीच, भाजपा विधायक पीएन पाठक ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस क्षेत्राधिकारी संदीप वर्मा ने कहा कि 21 मार्च को बाबर अली को पीटकर घायल करने का मामला दर्ज किया गया था और 25 मार्च को उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। वर्मा के मुताबिक, आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय के हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबर अली के निधन पर शोक जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया। (इनपुट- भाषा)