UP Crime News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के राजपुरा इलाके में 2 लोगों की सिर कटी लाशें मिलने से हड़कंप मच गया था। ये लाशें 2 दिनों के अंतर पर मिली थीं और पुलिस तभी से मामले के सुराग ढूंढ़ने में लगी हुई थी। जांच में पता चला कि दोनों सिर कटी लाशें बुलंदशहर के कैवलना गांव के चचेरे भाइयों 30 साल के भूपेंद्र कुमार और 25 साल के जगदीश उर्फ भूरा सिंह की है। दोनों की पहचान होने के बाद गुनाह की जो कहानी सामने आई उसे सुनकर किसी का भी कलेजा दहल उठेगा।
‘अपहरण कर की गई चचेरे भाइयों की हत्या’
भूपेंद्र कुमार और उसका चचेरा भाई जगदीश शनिवार की रात लापता हो गए थे। नरेश सिंह की शिकायत पर सलेमपुर थाने में धारा 364 (अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया गया। नरेश ने बताया कि उनका बेटा भूपेंद्र और भतीजा जगदीश 1-2 अक्टूबर की रात से लापता हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि इन दोनों युवकों का शनिवार की रात अपहरण कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। बुलंदशहर के SSP श्लोक कुमार ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने दुर्गेश शर्मा, मुकुल कुमार और लता शर्मा को गिरफ्तार किया है।
‘मां को भूपेंद्र के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा’
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मृतकों में से एक भूपेंद्र कुमार के लता शर्मा से अवैध संबंध थे। लता के बेटे दुर्गेश ने अपनी मां को भूपेंद्र के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिसके बाद वह आगबबूला हो गया। इसके बाद दुर्गेश ने मुकुल और तुषार के साथ मिलकर भूपेंद्र की हत्या की योजना बनाई। पहली अक्टूबर को जब भूपेंद्र अपने चचेरे भाई जगदीश के साथ जब झांकी देखने गया था, वहीं से आरोपित दोनों को अपने साथ घर ले गए और वहां बुरी तरह उनकी पिटाई की।
‘दोनों को तब तक पीटा जब तक वे बेहोश नहीं हो गए’
पुलिस ने बताया कि दोनों को उन्होंने तब तक पीटा जब तक कि वे बेहोश नहीं हो गए। इसके बाद वे भूपेंद्र और जगदीश को एक कार में राजपुरा के एक सुनसान इलाके में ले गए और उनका सिर धड़ से अलग कर दिया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद सिर को उन्होंने एक बैग में रखकर गंगा नदी में फेंक दिया। बुलंदशहर के SSP श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपियों ने इलाके में 2 अलग-अलग स्थानों पर सिर कटी लाशें फेंकी।
रजपुरा इलाके से बरामद हुआ भूपेंद्र कुमार का शव
पुलिस ने बताया कि जगदीश का शव संभल पुलिस ने 2 अक्टूबर को बरामद किया था, जबकि बुलंदशहर पुलिस ने मंगलवार को राजपुरा इलाके से भूपेंद्र कुमार का शव बरामद किया। पुलिस ने शिनाख्त के लिए आसपास के जिलों में पड़ताल की थी और साथ ही आरोपी दुर्गेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद वह टूट गया। दुर्गेश ने कबूल किया कि अपनी मां के साथ अवैध संबंधों के चलते ही उसने भूपेंद्र की हत्या की।
आरोपी ने मांगी थी 5 करोड़ रुपये की फिरौती
SSP ने बताया कि घटना को अपहरण का रूप देने के लिए आरोपी ने मृतक भूपेंद्र के मोबाइल से कॉल कर 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। उन्होंने कहा कि आरोपी दुर्गेश ने केलवान के जंगल में एक धारदार हथियार और एक पॉइंट 315 बोर की देसी पिस्तल छिपाई थी। एसएसपी ने कहा कि जब दुर्गेश को वहां ले जाया गया तो उसने पुलिस पर देसी पिस्तौल से गोलियां चला दीं और भागने की कोशिश की। पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की जिसमें दुर्गेश के पैर में गोली लग गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।