Highlights
- ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने हूटर बजा रही एक कार को रोका था
- बदतमीजी कर रहे कुछ लोग खुद को भाजपा विधायक रिश्तेदार बता रहे थे
- उन्नाव एसपी दिनेश त्रिपाठी ने CO सिटी को दिए जांच के आदेश
Unnao News: एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें वह रोता हुआ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि इस ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने हूटर बजा रही एक कार को जब रोका, तो उसमें से निकले लोग उसके साथ बदतमीजी करने लगे और खुद को भाजपा नेता के समर्थक बताने लगे। खबरों के मुताबिक, बदतमीजी कर रहे कुछ लोग खुद को भाजपा विधायक आशुतोष शुक्ला का रिश्तेदार बता रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के गांधी नगर तिराहे से एक सफेद रंग की एसयूवी गुजर रही थी। ट्रैफिक कांस्टेबल ने हूटर बजाने पर एक एसयूवी की तस्वीर लेने की कोशिश की, जिस पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। कांस्टेबल को ऐसा करता देख कार सवारों को गुस्सा आ गया और उन्होंने उसे खूब खरी-खोटी सुना दी। साथ ही गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। वे ट्रैफिक कांस्टेबल को घसीटकर पास के पुलिस थाने ले गए, जहां इंस्पेक्टर के सामने ट्रैफिक पुलिसकर्मी फूट-फूट कर रोने लगा और पूरा मामला बयां किया। इस बीच अन्य पुलिसकर्मी बेबस, तमाशबीन बने रहे। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी इस घटना पर टिप्पणी करने को तैयार नहीं था।
सपा ने BJP सरकार पर उठाए सवाल
वायरल हुए वीडियो में ट्रैफिक सिपाही सदर कोतवाली इंस्पेक्टर कक्ष में अपने साथ हुई बदसलूकी पर फूट-फूट कर रोता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में इंस्पेक्टर पूछते हुए दिख रहे हैं कि क्या आपको हूटर लगाने का अधिकार है? दूसरी तरफ से जवाब नहीं का आता सुनाई दे रहा है। समाजवादी पार्टी ने इस वीडियो को शेयर कर भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं।
वहीं, इस मामले में उन्नाव एसपी दिनेश त्रिपाठी ने CO सिटी को जांच के आदेश दिए है और SP के आदेश पर रजन्ना मिश्रा, संदीप पांडेय, पंकज दीक्षित और 3 अज्ञात पर कांस्टेबल की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सरकारी कार्य में बाधा, बलवा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।