Highlights
- यह यूपी और देश की जनता के लिए जरूरी है-केशव मौर्य
- यह भाजपा के प्रमुख वादों में से एक है-केशव मौर्य
लखनऊ : उत्तराखंड के बाद अब यूपी में भी समान नगारिक संहिता की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आज लखनऊ में इस संबंध में एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार भी इस दिशा में विचार कर रही है और यह बीजेपी के प्रमुख चुनावी वादों में से एक है। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी को समान नागरिक संहिता की मांग करनी चाहिए और उसका स्वागत करना चाहिए। हम इसके पक्ष में हैं और यह यूपी और देश की जनता के लिए जरूरी है। यह भी भाजपा के प्रमुख वादों में से एक है।
इससे पहले उत्तराखंड में समान नगारिक संहिता पर धामी सरकार न पहल शुरू कर दी है। धामी कैबिनेट द्वारा समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने के लिए समिति के गठन को मंजूरी दी जा चुकी है और इस कानून को लागू करने की दिशा में पहला कदम उठाया जा चुका है । धामी यह कह चुके हैं कि संविधान के अनुच्छेद 44 में सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता का प्रावधान है और उच्चतम न्यायालय ने भी समय—समय पर अपने आदेशों में इसे लागू किए जाने को कहा है।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने चुनाव से पहले ही यह वादा किया था कि प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने पर समान नगारिक संहिता को लागू किया जाएगा। और चुनाव जीतने के बाद चुनाव से पहले किए गये अपने वादे को पूरा करते हुए मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने के लिए समिति के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। विधि विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों वाली समिति संहिता का मसौदा तैयार करने से पहले सभी के विचारों को जानेगी और सभी वर्गों से समन्वय करेगी ।
इनपुट-एजेंसी