गोरखपुर (उप्र): गोरखपुर में हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन कराए जाने का एक बड़ा मामला सामने आया है जिसमें पिपराइच थाना क्षेत्र एक गांव चिलबिलवा में कुछ दलित परिवारों का धर्म परिवर्तन करा रहे दो लोगों को गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया गया है। गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के एक गांव चिल्बिलवा में नौकरी और नकदी का लालच देकर हिंदुओं को ईसाई बनाने की साजिश रचने वाले दो आरोपितों को पकड़ा गया है। पिपराइच पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें सोमवार को जेल भेज दिया गया है।
दोनों आरोपितों में एक जम्मू-कश्मीर तो दूसरा पठानकोट का रहने वाला है। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि धर्मान्तरण के काम में लगे हुए दोनों आरोपित पास्टर (प्रोटेस्टेंट चर्च से जुड़े प्रचारक) पिछले तीन महीने से यहां रह रहे थे और लोगों को ईसाई बनाने के प्रयास कर रहे थे।
गोरखपुर पुलिस ने पिपराइच के निवासी संजय मौर्या के तहरीर पर दोनों के खिलाफ धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया और रविवार को पिपराइच पुलिस ने धर्मान्तरण गैंग के दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया था और पूछताछ में ईसाई धर्मांतरण का मामला सही पाने पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया।
बताया जा रहा है कि दोनों अपने को ईसाई धर्मान्तरण में लगे, खुद को ईसाई धर्म का पास्टर बता रहे हैं। दोनों आरोपित कुछ साल पहले खुद भी हिन्दू थे। दोनों की पहचान जम्मू-कश्मीर के जानेपुर निवासी केशव सिंह जनवाल पुत्र गोवर्धन सिंह और पठानकोट निवासी ओंकार के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, दोनों युवक जनवरी से चिलबिलवा गांव निवासी सीमा के घर रह रहे थे। दोनों गांव के लोगों को मिशनरी स्कूलों में दाखिला दिलाकर निशुल्क अच्छी शिक्षा, रोजगार देने, रुपये देने का लालच देकर हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने का दबाव बना रहे थे। कहा जा रहा है कि जिस सीमा के यहां ये दोनों रह रहे थे उन्हें भी इन लोगों ने ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए तैयार भी कर लिया था।