Highlights
- अवैध रूप से निर्मित सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराया
- 100 मीटर ऊंचे टावर को गिराने में लगा मात्र 6 सेकेंड
- रविवार की दोपहर 2:30 बजे किया गया था बिल्डिंग में ब्लास्ट
Twin Towers: 28 अगस्त 2022 को भारतीय इतिहास में दर्ज हो गया। इस दिन नोएडा के सेक्टर-93A में अवैध रूप से बने ट्विन टावर ब्लास्टिंग के द्वारा ढहा दिया गया। इसकी तैयारी पिछले कई हफ़्तों से की जा रही थी। जैसे-जैसे ब्लास्टिंग का दिन अर्थात 28 अगस्त नजदीक आ रहा था, वैसे-वैसे लोगों की धड़कन तेज होती जा रही थी। खासकर ट्विन टावर के आस-पास रहने वाले लोगों की।
प्रशासन ने आस-पास इलाका ब्लास्ट से कई घटों पहले ही खाली करा लिया था, लेकिन उन्हें नुकसान की आशंका लगी हुई थी। रविवार की दोपहर 2:30 बजे ट्विन टावर में ब्लास्ट किया गया और कुतुबमीनार से भी उंची पल भर में जमींदोज कर दी गईं। प्रशासन की तरफ से कहा गया कि ब्लास्ट से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट में सामने आया कि पास ही की एक बिल्डिंग के एक फ़्लैट में दरार आई है। ब्लास्टिंग के बाद एक गगनचुम्बी ईमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गई। आइए तस्वीरों की मदद देखते हैं कि ब्लास्ट के बाद जहां कभी 32 और 30 मंजिला ईमारत थी अब वहां की हालात कैसी है-
पहले कुछ ऐसा दिखता था ट्विन टावर
ब्लास्ट के समय ट्विन टावर
नुकसान से बचने के लिए आस-पास की बिल्डिगों को ऐसे किया गया था कवर
आस-पास बिल्डिगों को ऐसे ढका गया था
ट्विन टावर में ब्लास्ट देखने के लिए आस-पास के लोग अपने घरों की छत पर आ गए थे
ब्लास्ट के तुरंत बाद ट्विन टावर का मलबा
ट्विन टावर के मलबे को देखते लोग
ब्लास्ट के बाद प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव का किया गया
पानी के छिड़काव के लिए स्मॉग मशीन का किया गया इस्तेमाल
सफल ब्लास्ट के बाद खुशी जताते कर्मचारी
ब्लास्ट के बाद चारों तरफ था धुएं का गुबार
ब्लास्ट से पहले चाक-चौबंद कर दी गई थी सुरक्षा
किसी अनहोनी से निबटने के लिए तैयार थी अग्निशामक सेवा
ब्लास्टिंग के बाद शुरू कर दिया गया था क्लीनिंग का काम
ब्लास्ट के बाद पेड़ों पर किया गया पानी का छिड़काव