लखनऊ: प्रगतिवादी समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर उनकी सुरक्षा कम करने को लेकर जमकर हमला बोला। शिवपाल ने कहा कि बीजेपी से उन्हें यही ‘उम्मीद’ थी और अब मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल यादव की जीत का अंतर और बढ़ जाएगा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके प्रतिनिधित्व वाली मैनपुरी सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पार्टी की उम्मीदवार हैं। मैनपुरी लोकसभा सीट में 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होगी।
‘अब पार्टी के कार्यकर्ता मेरी सुरक्षा करेंगे’
डिंपल के लिए प्रचार कर रहे शिवपाल से जब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा कम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘बीजेपी से इसकी उम्मीद थी और अब जनता और पार्टी के कार्यकर्ता मेरी सुरक्षा करेंगे। डिंपल यादव की जीत का अंतर अब और बढ़ेगा।’ सोमवार को मैनपुरी के करहल इलाके में एक चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उनकी तुलना ‘फुटबॉल और पेंडुलम’ से करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘अखिलेश पहले ही पेंडुलम पर जवाब दे चुके हैं। जहां तक फुटबॉल का सवाल है, एक अच्छा खिलाड़ी जानता है कि गोल कैसे करना है। अब डिंपल एक गोल करेंगी।’
‘जीवन में कभी पेंडुलम नहीं बनना चाहिए’
सीएम योगी ने सोमवार को जनसभा में कहा था, ‘मैं एक दिन बयान पढ़ रहा था चाचा शिवपाल का, उनकी स्थिति पेंडुलम जैसी हो गयी है। पिछली बार आपने देखा होगा कितना बेइज्जत करके भेजा, कुर्सी तक नहीं मिली, कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था। जीवन में कभी पेंडुलम नहीं बनना चाहिए, पेंडुलम का कोई मतलब नहीं होता है। वह फुटबॉल बन गये हैं, उन्हें फुटबॉल बनने से बचना होगा।’ सपा सुप्रीमो अखिलेश ने आदित्यनाथ को जवाब देते हुए ट्वीट किया था, ‘माननीय शिवपाल सिंह यादव जी की सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है।
‘जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी’
अखिलेश ने आगे कहा था, ‘साथ ही ये भी कहना है कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है जिस पर अहंकार किया जाए।’ अखिलेश के ट्वीट पर पलटवार करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, ‘श्री शिवपाल सिंह यादव जी को भतीजे श्री अखिलेश यादव और सपा के अपराधियों से खतरा था, अब दोनों में मिलाप हो गया है तो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा टल गया है, फिर भी उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध है, यदि उन्हें सुरक्षा की समस्या है तो अवगत कराएं, जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।’
अखिलेश और शिवपाल ने मिला लिया है हाथ
राज्य सरकार का शिवपाल की सुरक्षा में कटौती का फैसला प्रसपा नेता और अखिलेश के बीच मतभेद समाप्त होने और एक बार फिर हाथ मिलाने के बाद सामने आया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और रामपुर एवं खतौली विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनावों के बीच राज्य सरकार ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ की कर दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यादव की सुरक्षा का स्तर घटाये जाने की खबर की सोमवार को पुष्टि भी की थी। चुनाव के बीच शिवपाल की सुरक्षा हटाए जाने पर सियासी बयानबाजी भी होने लगी है।