Uttar Pradesh: पेट्रोल में मिलावट करके और चिप लगाकर उपभोक्ताओं को ठगने वालों के खिलाफ यूपी STF ने बड़ी कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने पांच पेट्रोल पंप मालिकों समेत सात लोगों को अरेस्ट किया है। एएसपी, STF, बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक एक गु्प्त सूचना के आधार पर चार मेरठ पेट्रोल पंप और और एक बागपत के पेट्रोल पंप पर रेड मारी गई। एएसपी ने बताया कि डिस्प्ले मशीनों में धांधली करने वाले घोटाले के मास्टरमाइंड देवेंद्र कुमार उर्फ सत्येंद्र को भी नायरा कंपनी के सेल्स मैनेजर वीरेंद्र त्रिपाठी के साथ गिरफ्तार किया गया है।
'सॉल्वेंट मिक्स फ्यूल बेच रहे थे'
अधिकारी ने बताया कि छापे में पाया गया कि वे सॉल्वेंट मिक्स फ्यूल बेच रहे थे। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को कम फ्यूल देने के लिए पेट्रोल पंप मालिकों ने अलग मदरबोर्ड और डिस्प्ले मशीनें लगाईं थी। जानकारी के मुताबिक एसटीएफ, जिला प्रशासन, माप विभाग और आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के संयुक्त अभियान में ये गिरफ्तारियां की गईं।
इन पेट्रोल पंपों पर पड़ी रेड
जानकारी के मुताबिक पेट्रोल पंपों का स्वामित्व नायरा कंपनी के पास है। सैनी में रॉयल फिलिंग स्टेशन, दिल्ली रोड पर परतापुर फिलिंग स्टेशन, मवाना में सिद्धबली पेट्रोल स्टेशन, माधवपुरम में दिल्ली रोड फिलिंग स्टेशन और मेरठ-बागपत में शिव सर्विस स्टेशन पर छापे मारे गए। सप्लाई विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी की शिकायत पर 10 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए।