Highlights
- अगर हम किसी बाजार में रुक जाते थे, तो कई लोग आसपास इकट्ठा हो जाते थे: अनु त्यागी
- अनु ने कहा कि मैंने अपने पति को पार्टी के कई कार्यक्रम और रैली में शामिल होते देखा है।
- पूछताछ के दौरान अनु त्यागी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया: अंकिता शर्मा
Shrikant Tyagi: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक महिला से अभद्रता के आरोपी नेता श्रीकांत त्यागी की पत्नी (Shrikant Tyagi Wife) अनु त्यागी ने दावा किया कि उनके पति बीजेपी के कई कार्यक्रमों में जाते थे, लेकिन अब पार्टी ने उनसे किनारा कर लिया है। बता दें कि नोएडा में सेक्टर 93-B स्थित ‘ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी’ में रहने वाली एक महिला ने सोसायटी में नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए श्रीकांत त्यागी द्वारा कुछ पेड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद त्यागी ने महिला के साथ कथित तौर पर अभ्रद व्यवहार किया और उसे धक्का भी दिया था।
‘मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया’
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने त्यागी को मेरठ से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में शुक्रवार से लेकर अभी तक पुलिस 2 बार श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी से पूछताछ कर चुकी है। अनु ने आरोप लगाया कि पूरे प्रकरण के दौरान उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और उनके परिवार को परेशान किया गया। हालांकि, मामले की जांच कर रही नोएडा पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है।
‘पता नहीं पार्टी ने उनसे किनारा क्यों किया’
श्रीकांत त्यागी ने खुद को बीजेपी के किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य और इसकी यूथ कमिटी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बताया है, जबकि पार्टी ने उससे दूरी बनाए रखी है। अनु त्यागी ने उनके पति के बीजेपी के साथ संबंध पर किए सवाल के जवाब में कहा, ‘मैंने उन्हें पार्टी के कई कार्यक्रम और रैली में शामिल होते देखा है। मुझे इस बात पर आश्चर्य है कि आखिर किस ओहदे से उन्होंने उन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। अब उनसे किनारा कर लिया गया है। मुझे नहीं पता क्यों?’
‘वह कहीं रुकते थे तो लोग इकट्ठा हो जाते थे’
अनु ने कहा कि उनके पति सामाजिक कार्यों से जुड़े थे और वह नोएडा से लेकर गाजियाबाद और मोदी नगर तक काफी सक्रिय रूप से काम करते थे। अनु त्यागी ने दावा किया, ‘अगर हम किसी बाजार में रुक जाते थे, तो कई लोग आसपास इकट्ठा हो जाते थे। उनका सामाजिक दायरा कुछ ऐसा था।’ अधिकारियों के अनुसार, त्यागी के खिलाफ महिला के साथ मारपीट व गाली-गलौज,धोखाधड़ी और गैंगस्टर अधिनियम के तहत 3 मामले दर्ज किए गए हैं।
‘घटना में शामिल महिला 4 टॉवर दूर रहती हैं’
अनु त्यागी ने यह माना कि उनके पति द्वारा गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया, हालांकि बचाव करते हुए तर्क दिया कि शिकायतकर्ता (महिला) ने बहस शुरू की थी। उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे पास पेड़ लगाने का कोई अधिकार नहीं है, तो क्या उनके तथा अन्य महिलाओं के पास पेड़ हटाने का अधिकार है? वह इस संबंध में उचित कार्रवाई के लिए वन विभाग या स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर सकते थे।’ उन्होंने इस मामले में ‘राजनीति’ किए जाने का आरोप लगाया और कहा कि घटना में शामिल महिला उनके फ्लैट से 4 ‘टॉवर’ दूर रहती हैं, जबकि करीबी पड़ोसियों ने इसे लेकर कभी कोई शिकायत नहीं की।
‘पूछताछ के दौरान कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ’
अनु ने दावा किया, ‘सोसायटी के कुछ लोगों ने शुरुआत में ही पुलिस और स्थानीय अधिकारियों पर इतना दबाव बनाया कि निष्पक्ष जांच नहीं हो पाई।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मामले की पूरी जांच के दौरान उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और उनके परिवार को परेशान किया गया। वहीं, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा एवं मध्य नोएडा) अंकिता शर्मा ने आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, ‘उनके साथ बेहद सम्मान के साथ व्यवहार किया गया। पूछताछ के दौरान उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया और न ही परिवार को परेशान किया गया।’
बीजेपी नेताओं ने त्यागी से संबंधों से किया इनकार
अंकिता शर्मा ने कहा कि उन्होंने खुद ही अनु त्यागी से पूछताछ की थी। बीजेपी की नोएडा इकाई के अध्यक्ष मनोज गुप्ता और गौतमबुद्ध नगर से सांसद महेश शर्मा सहित अन्य कई पार्टी नेताओं ने त्यागी के सत्तारूढ़ दल का सदस्य नहीं होने की बात कही है। मामले को लेकर विपक्षी दलों ने भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। विपक्षी दलों ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ त्यागी की कथित तस्वीरें भी साझा की हैं।