Highlights
- श्रीकांत त्यागी हुआ जेल से हुआ रिहा
- भारी पुलिस सुरक्षा के बीच घर पहुंचा
- परिवार-समर्थकों ने किया जोरदार स्वागत
Shrikant Tyagi: नोएडा के गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी को जेल से रिहा कर दिया गया है। श्रीकांत त्यागी जब अपने घर पहुंचा तो वह भारी पुलिस सुरक्षा से घिरा हुआ था। तीन दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने श्रीकांत त्यागी की जमानत अर्जी की मंजूर कर ली थी। हाईकोर्ट ने श्रीकांत त्यागी को जमानत पर जेल से रिहा किए जाने के आदेश दिए थे। अब आज जब त्यागी जेल से छूटकर घर पहुंचा तो उसका ग्रैंड वेलकम हुआ। श्रीकांत त्यागी को भारी पुलिस बल ने घेर रखा था और जब घर पहुंचा तो उसकी आरती उतारी गई।
समर्थकों ने श्रीकांत का किया ग्रैंड वेलकम
करीब दो महीने बाद आज जब श्रीकांत त्यागी घर पहुंचा तो उसके समर्थकों और त्यागी समाज के लोगों ने भव्य स्वागत किया। श्रीकांत त्यागी गाड़ियों के काफिले और भारी पुलिस बल के साथ घर पहुंचा। घर पहुंचते ही त्यागी के लिए उसके परिजनों ने पूजा की थाली सजाकर रखी हुई थी। इस दौरान त्यागी के समर्थक लगातार उसकी जयकार करते नहीं थक रहे थे। जेल से बाहर आने के बाद उसने मीडिया से बात भी की और राजनीति को लेकर अपने इरादे साफ किए।
भाजपा में रहने के सवाल पर दिया जवाब
श्रीकांत त्यागी ने कहा, "अगर किसी गलत कारण के लिए किसी को जेल जाना पड़े तो वह हमेशा जेल में तो रहेगा नहीं, घर तो आना ही था। उत्तर प्रदेश के अंदर 90 लाख की आबादी के समाज ने जैसे हमारा साथ दिया , अपना बेटा और अपना नेता मानकर आगे बढ़ाया उसके लिए बहुत धन्यवाद।" वहीं इस दौरान श्रीकांत त्यागी ने राजनीति में सक्रीय रहने को लेकर भी अपने इराद स्पष्ट किए। त्यागी ने भाजपा में रहने के सवाल पर कहा कि इसपर अपने लोगों से चर्चा करने के बाद ही कोई बड़ा निर्णय लेंगे। वहीं चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि जो समाज कहेगा, वहीं वो करेंगे।
महिला से गाली-गलौच का वीडियो हुआ था वायरल
मालूम हो कि श्रीकांत त्यागी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें त्यागी एक महिला के साथ गाली-गलौच करता हुआ नजर आ रहा था। साथ ही उसपर महिला से हाथापाई करने का भी आरोप लगे थे। बताया जा रहा है कि नोएडा के सेक्टर 93-बी स्थित एक हाउसिंग सोसाइटी में अवैध कब्जे को लेकर श्रीकांत त्यागी की महिला से बहस हो रही थी। इसी दौरान त्यागी गाली-गलौज पर उतर आया। वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज हुआ। जिसके बाद वह छिप गया, पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा। इसके बाद 9 अगस्त को उसे मेरठ से गिरफ्तार किया गया था।