Highlights
- शिवपाल ने की सीएम योगी की तारीफ
- समाजवादी पार्टी पर भी कस दिया तंज
- सदन में मौजूद नहीं थे अखिलेश-योगी
Shivpal on CM Yogi: समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए उन्हें 'ईमानदार' और 'मेहनती' बताया। साथ ही, उन्होंने परोक्ष रूप से उन पर तंज भी कस दिया। शिवपाल ने यह भी कहा कि अगर विपक्ष (सपा गठबंधन) ने उनका (शिवपाल) सहयोग लिया होता तो वह सत्ता में होता।
योगी आदित्यनाथ की तारीफ
शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ईमानदार और मेहनती हैं लेकिन अगर उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान सदन के सभी सदस्यों तथा अन्य लोगों का सहयोग लिया होता तो स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।"
शिवपाल सिंह यादव द्वारा मुख्यमंत्री की तारीफ किए जाने पर भाजपा सदस्यों ने मेज थपथपा कर उनका स्वागत किया। हालांकि इसी दौरान शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा सरकार के नारे का हवाला देते हुए उस पर तंज भी किया। उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक तो 'सबका साथ और सबका विकास' है लेकिन सरकार ने सबका सहयोग नहीं लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री तो संत हैं, योगी हैं। योग का मतलब सबको जोड़ना होता है।’’ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री विपक्ष का सहयोग ले कर ही उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।
समाजवादी पार्टी पर कसा तंज
शिवपाल ने विपक्ष पर भी तंज करते हुए कहा "अगर विपक्ष (सपा गठबंधन) हमारा साथ ले लेता, हमने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। आपने 100 प्रत्याशी भी घोषित कर दिए थे। अगर हमें टिकट दे देते तो सपा गठबंधन सत्ता पक्ष और आप (भाजपा गठबंधन) यहां (विपक्ष) होते।" हालांकि शिवपाल सिंह यादव जिस वक्त सम्बोधन दे रहे थे, इस दौरान सदन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही मौजूद नहीं थे।
गौरतलब है कि शिवपाल सिंह यादव ने पिछला विधानसभा चुनाव जसवंतनगर सीट से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बजाय सपा के टिकट पर लड़कर जीता था। वह सपा के संस्थापक सदस्यों में एक हैं। शिवपाल सिंह यादव ने सरकार को सलाह दी कि वह केवल बुजुर्गों और बीमार लोगों को ही मुफ्त राशन दे, नौजवानों और तंदुरुस्त लोगों को राशन देकर उन्हें 'आलसी' ना बनाए।