लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद सपा में मुस्लिम नेताओं के बागवती सुर तेज हो गए हैं। सीतापुर जेल में बंद सपा नेता आजम खां के समर्थन में सपा के नेता ने इस्तीफा दे दिया है। एक पत्र लिखकर उन्होंने अखिलेश यादव गंभीर आरोप भी लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र महासचिव सलमान जावेद राईन ने पार्टी के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष नन्हेंराम निषाद के पास इस्तीफा भेजा है।
इसमें लिखा है कि मुसलमानों के साथ हो रहे जुल्म के खिलाफ प्रदेश से लेकर जिले तक सत्ता की मलाई खाने वाले सपा नेता व पदाधिकारी आवाज नहीं उठा रहे। आजम खां को परिवार सहित जेल में डाल दिया गया। नाहिद हसन को जेल भेज दिया गया। शहजिल इस्लाम का पेट्रोलपंप गिरा दिया गया, लेकिन अखिलेश यादव खामोश रहे। इतना ही नहीं, इस्तीफे में यह भी लिखा है कि जो नेता अपने विधायकों के लिए आवाज नहीं उठा सकते, वह आम कार्यकर्ताओं के लिए क्या करेंगे।
राईन ने इस्तीफा दिए जाने की पुष्टि की है। सलमान जावेद राईन ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कायर नेता अपने विधायकों के लिए आवाज नहीं उठा सकता, वो आम कार्यकर्ता के लिए क्या आवाज उठाएगा। सलमान जावेद राइन ने अखिलेश पर मुसलमानों के लिए न बोलने का आरोप भी लगाया है।
हाल ही में सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश पर सवाल उठाए थे। कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमारे कपड़ों से बदबू आती है। मुसलमानों की तरफ इशारा करते हुए फसाहत ने कहा कि क्या सारा ठेका अब्दुल ने ले लिया है? वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा? अब्दुल बर्बाद हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि घर की कुर्की हो जाएगी। वसूली हो जाएगी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से एक शब्द नहीं निकलेगा। हमने आपको और आपके वालिद को मुख्यमंत्री बनाया। हमारे वोटों की वजह से आपकी 111 सीटें आई हैं। आपकी तो जाति ने भी आपको वोट नहीं दिया। लेकिन, फिर भी मुख्यमंत्री आप बनेंगे और नेता विपक्ष भी आप बनेंगे। कोई दूसरा नेता विपक्ष भी नहीं बन सकता।
इसके पहले संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क बर्क और रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रहे डॉ. मसूद अहमद भी सपा के खिलाफ बगावती बयान दे चुके हैं। डॉ. शफीकर्रहमान ने मीडिया से कहा कि, भाजपा को छोड़िए समाजवादी पार्टी ही मुसलमानों के हितों में काम नहीं कर रही।
(इनपुट- एजेंसी)