Tuesday, November 05, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. उत्तर प्रदेश
  4. स्वामीप्रसाद मौर्य पर धर्मगुरुओं का पलटवार, जानें राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने क्या दिया जवाब?

स्वामीप्रसाद मौर्य पर धर्मगुरुओं का पलटवार, जानें राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने क्या दिया जवाब?

आचार्य ने कहा कि 'साधु-संत भगवान के भक्त हैं, वो उनके कहने से आतंकवादी-जल्लाद नहीं हो जाएंगे। जिसकी जो मानसिकता होती है वो वही साधुओं के प्रति व्यक्त करता है। उनकी मानसिकता जल्लाद, राक्षस, पिशाच की है, इसी भाव से वे बोल रहे हैं।'

Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Updated on: January 28, 2023 6:01 IST
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास- India TV Hindi
Image Source : ANI राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास

रामचरितमानस पर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामीप्रसाद मौर्य के तीखे बयान देने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। स्वामीप्रसाद मौर्य रामचरित मानस पर दिए अपने बयान के बाद से सुर्खियों में बने हुए हैं। इस मामले पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। उन्होंने इस पर सफाई भी दी। फिर बाद में यह भी कहा कि वे जो बोल देते हैं, उसका खंडन नहीं करते हैं। इस दौरान उन्होंने धर्मगुरुओं की भी आलोचना कर डाली। जानिए इस आलोचना पर उन्हें कैसा जवाब मिला है।

स्वामीप्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए बयान के बाद वे चारों ओर से आलोचनाओं से घिर गए हैं। इसी बीच अयोध्या में राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने धर्मगुरुओं पर किए गए कटाक्ष के बाद स्वामीप्रसाद मौर्य पर करारा पलटवार किया है। आचार्य ने कहा कि 'साधु-संत भगवान के भक्त हैं, वो उनके कहने से आतंकवादी-जल्लाद नहीं हो जाएंगे। जिसकी जो मानसिकता होती है वो वही साधुओं के प्रति व्यक्त करता है। उनकी मानसिकता जल्लाद, राक्षस, पिशाच की है, इसी भाव से वे बोल रहे हैं।'

मौर्य ने धर्मगुरुओं के लिए कही थी ये बात

उन्होंने धर्मगुरुओं पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अगर किसी और धर्म का व्यक्ति किसी की गर्दन काटने या जीभ काटने का बयान देता तो यही धर्मगुरु संत-महंत उसे आतंकवादी कह देते हैं, लेकिन आज ये लोग मेरे सिर काटने, जीभ काटने की बात कर रहे हैं तो क्या मैं इन्हें शैतान, जल्लाद, आतंकी न समझूं।'

स्वामीप्रसाद मौर्य ने लखनऊ में कहा कि 'मैंने रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंशों की बात की थी, जिसमें स्त्रियों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों को नीच का दर्जा दिया गया है। गाली कभी धर्म का हिस्सा नहीं हो सकती। मैं जो बोल देता हूं कभी उसका खंडन नहीं करता।' 

Latest Uttar Pradesh News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Uttar Pradesh News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement