नोएडा एक बहुत ही खूबसूरत शहर है। देश की राजधानी से सटा हुआ है इसलिए ज्यादातर लोग यहां रहना पसंद करते हैं। लेकिन इन दिनों यह क्राइम का अड्डा भी बनता जा रहा है। कभी महिलाओं की ज्वेलरी लूट ली जाती है। तो कभी किसी से कोई और ठगी हो जाती है। इन दिनों कुछ कार सवार लोगों को लिफ्ट देने के नाम पर लूटपाट की अपनी दुकान चला रहे हैं। पुलिस ने ऐसे एक गैंग का भंडाफोड़ किया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारी सोमवार को दी। थाना सेक्टर-39 की पुलिस और बदमाशों के बीच जिस समय मुठभेड़ हुई, उस वक्त भी बदमाशों ने एक व्यक्ति को कार में बंधक बना रखा था। पुलिस ने उसे सकुशल छुड़ा लिया है। पुलिस के सामने इन बदमाशों ने नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, गुड़गांव सहित विभिन्न जगहों पर दर्जनों वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
पुलिस पर चलाई गोली
गैंग के दो सदस्य फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है। अपर पुलिस उपायुक्त आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि रविवार की शाम को दिल्ली के बदरपुर निवासी सुधीर कुमार को कार सवार बदमाशों ने नोएडा एक्सप्रेसवे के एडवांट बिल्डिंग के पास लिफ्ट देकर बिठाया और बंधक बनाकर उससे लूटपाट की। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने सुधीर पर दबाव बनाकर उसके घरवालों से अपने बैंक खाते में एक लाख रुपये जमा करवाए। अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पुलिस एक्सप्रेसवे के आसपास पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी, तभी सेक्टर 98 के पास एक मारुति सिलेरियो कार आती दिखाई दी। उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने कार को रोकने का प्रयास किया तो बदमाश रुकने की बजाय पुलिस पर ताबड़तोड़ गोली चलाने लगे।
एटीएम कार्ड से लाखों रुपये निकलवाए
उन्होंने बताया कि जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली सोनू उर्फ सुमित, योगेंद्र प्रताप उर्फ योगी और अभी उर्फ रवि शर्मा के पैर में लगी है। अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कार में बंधक सुधीर कुमार को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि इन बदमाशों ने थाना सेक्टर 39 अंतर्गत 15 जनवरी को दक्षिण भारत के रहने वाले एक अभियंता और एक अन्य युवक को कार में लिफ्ट देकर उनके साथ लूटपाट की थी और उनके एटीएम कार्ड से लाखों रुपये निकलवा लिए थे।