Highlights
- यमुना एक्सप्रेसवे के नीचे 'जीरो प्वाइंट' पर महापंचायत की गई
- महापंचायत को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन सतर्क: पुलिस
Rakesh Tikait: ग्रेटर नोएडा में किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में अपना समर्थन देने के लिए शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait) धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से किसानों की समस्याओं को सॉल्व करने की मांग की। दरअसल, ग्रेटर नोएडा में तीनों प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna Expressway) के जीरो पॉइंट के नीचे चल रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में किसानों का साथ देने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत यहां पहुंचे। टिकैत ने कहा कि वह कि वो देशभर में चल रहे किसान आंदोलनों को सफल बनाने लगातार दौरा कर रहे हैं।
'जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक चलता रहेगा धरना'
किसान नेता राकेश टिकैत के धरना स्थल पर पहंचने के बाद वहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की धरनास्थल पर किसानों से काफी नोकझोंक भी हुई। टिकैत ने किसानों की अधिग्रहित की जा रही जमीन का मुआवजा बढ़ाए जाने की मांग की। किसानों से बतचीत करने के लिए तीनों प्राधिकरणों नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के अधिकारी कल पहुंचे, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। किसानों ने कहा कि जब तक जमीन का मुआवजा बढ़ाने के साथ उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक धरना चलता रहेगा।
जीरो प्वाइंट पर हुई महापंचायत
तय कार्यक्रम के मुताबिक शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के नीचे जीरो प्वाइंट पर महापंचायत की। इस महापंचायत में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और जेवर के किसान शामिल हुए। महापंचायत के लिए सुबह किसान जब निकले तो रास्ते में जाम जैसी स्थिति बन गई। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि महापंचायत को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन सतर्क है। सभी चौक चौराहों पर पुलिस तैनात रही। महापंचायत स्थल पर भी पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति अभी सामान्य है।
किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुए टिकैत
शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत इस धरने का समर्थन देने ग्रेटर नोएडा पहुंचे और किसानों के आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति को लेकर बात की। राकेश टिकैत ने कहा कि वो देशभर में जहां-जहां किसान आंदोलन चल रहे हैं उन्हें समर्थन देने के लिए दौरा कर रहे हैं। किसानों को आंदोलन किस तरीके से आगे बढ़ाना चाहिए इसकी रूपरेखा भी बताई जा रही है।