प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के गोंडे गांव और आसपास के इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। दरअसल, यहां एक 'पूजा पंडाल' जला हुआ मिला। जिसके बाद गांव में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है। गांव वालों ने प्राचीन अष्टभुजा देवी मंदिर में एक विशेष पूजा और यज्ञ के लिए पंडाल सजाया था और यह पंडाल मंगलवार को पूरी तरह से जला हुआ पाया गया।
जैसे ही यह खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैली तो सैकड़ों ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया और पूजा पंडाल को जलाने के लिए जिम्मेदार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। अंचल अधिकारी (नगर) अभय पांडे ने बुधवार को कहा, शुरुआती जांच में पता चला है कि नशे के आदी लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया होगा। हालांकि, हम मामले की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, दिल्ली और कुछ अन्य स्थानों पर हाल के सांप्रदायिक दंगों और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी कानून और व्यवस्था के संबंध में निर्देशों के मद्देनजर, गांव में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यह भी पता चला है कि कुछ लोगों ने अधूरी जानकारी के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना को लेकर कई पोस्ट किए हैं जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए।
प्रतापगढ़ पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर्स को सख्त चेतावनी दी है कि पोस्ट करने से पहले वेरिफाई करें अन्यथा कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। पुलिस अधिकारी ने कहा, हम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं। भ्रम फैलाने वाले पोस्ट या तस्वीरों को अपलोड करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
(इनपुट- IANS)