Highlights
- योगी ने पुलिस प्रशासन को 24×7 अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया।
- आरोपियों के वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जाए: योगी आदित्यनाथ
- योगी ने कहा कि संपत्ति को हुए नुकसान की वसूली दोषी व्यक्ति से हो।
Prophet Row: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐक्शन मोड में हैं। सूबे के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई समीक्षा बैठक में योगी ने पुलिस को शुक्रवार के दिन हुए उपद्रव के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि 3 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी, और तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि उसके बाद यूपी के ज्यादातर जिलों में शांति बनी हुई है, और यह आगे भी बनी रहे, इसके लिए सावधान रहना होगा।
‘24×7 अलर्ट मोड में रहे पुलिस प्रशासन’
योगी ने पुलिस प्रशासन को 24×7 अलर्ट मोड में रहने का निर्देश देते हुए कहा कि धर्मगुरुओं, सिविल सोसाइटी समेत सभी पक्षों से अधिकारियों को संपर्क बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ उपद्रवियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने और कोई माहौल बिगाड़ने के बारे में सोच भी न सके। सीएम ने कहा कि जिन भी जनपदों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां जरूरत के मुताबिक धारा 144 लगाई जाए।
‘नुकसान की वसूली दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए’
उपद्रव में बच्चों के शामिल होने की खबरों पर योगी ने कहा, ‘यह दुःखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया। ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं।’ योगी ने निर्देश दिया कि सार्वजनिक और आमजन की संपत्ति को हुए नुकसान की वसूली दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है और अन्य जनपद भी तत्परता के साथ कार्यवाही करें।
‘वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जाए’
योगी ने साजिशकर्ताओं की अवैध संपत्ति पर नजर रखने का निर्देश देते हुए कहा, ‘अवैध कमाई समाजविरोधी कार्यों में ही खर्च होती है। ऐसे में साजिशकर्ताओं और अभियुक्तों के बैंक खातों/संपत्ति आदि का पूरा विवरण एकत्रित करें। इनके वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जाए। डेडिकेटेड टीम बनाकर जांच करें। ऐसे प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें। साथ ही शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।’
‘बुलडोजर की कार्रवाई को जारी रखा जाए’
बुलडोजर द्वारा अवैध संपत्तियों को गिराए जाने को लेकर योगी ने कहा, ‘बुलडोजर की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों और माफियाओं के विरुद्ध है और इसे जारी रखा जाए। प्रदेश में किसी गरीब के घर पर गलती से भी कोई कार्रवाई नहीं होगी। यदि किसी गरीब और असहाय व्यक्ति ने किन्हीं कारणों से अनुपयुक्त जगह पर घर बना लिया है, तो पहले स्थानीय प्रशासन उसके लिए नए ठिकाने की व्यवस्था करे, फिर अन्य की कार्रवाई हो। माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।’