बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में समाजवादी पार्टी के एक विधायक और एक पुलिस अधिकारी के बीच विवाद का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेलवे स्टेशन के सामने गाड़ी खड़ी करने को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम सिंह यादव और कोतवाली प्रभारी के बीच हुए विवाद का वीडियो सामने आ गया। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि घटना का वीडियो सामने आने के बाद इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जांच का जिम्मा DSP को सौंपा गया
पुलिस अफसर ने बताया कि जांच एक पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) दुर्गा प्रसाद तिवारी के मुताबिक, बलिया जिले के फेफना विधानसभा क्षेत्र के विधायक संग्राम सिंह यादव और बलिया शहर कोतवाली के प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह के बीच रेलवे स्टेशन के सामने गाड़ी की पार्किंग को लेकर तीखी बहस होने का वीडियो सामने आया है। तिवारी ने बताया कि इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और जांच का जिम्मा डिप्टी एसपी (सिटी) को सौंपा गया है। ASP ने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
विधायक के बेटे से शुरू हुआ था विवाद
एक पुलिस अफसर ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विधायक संग्राम सिंह यादव के बेटे ने गरुवार की शाम अपनी लग्जरी गाड़ी रेलवे स्टेशन के सामने पुलिस पिकेट से सटाकर खड़ी कर दी थी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस पिकेट के बाहर कुर्सी पर बैठे कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह ने विधायक के बेटे से गाड़ी हटाने के लिए कहा था, जिसके बाद दोनों के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया था। अधिकारी के मुताबिक, विवाद ने तूल पकड़ लिया और थोड़ी देर बाद समाजवादी पार्टी के विधायक भी अपने बेटे के पक्ष में मौके पर पहुंच गए।
‘कोतवाली प्रभारी ने दी देख लेने की धमकी’
वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के विधायक संग्राम सिंह यादव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कोतवाली प्रभारी ने उनके बेटे से गाड़ी हटाने के लिए कहा था, जिसके लिए वह तैयार हो गया था। उन्होंने कहा कि लेकिन इसके बाद कोतवाली प्रभारी ने उनके बेटे को गालियां दी और उन्हें व उनके बेटे को देख लेने की धमकी दी। यादव के मुताबिक, कोतवाली प्रभारी ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से करेंगे।