Highlights
- बीजेपी की 'जन विश्वास यात्रा' के दौरान कासगंज पहुंचे थे अमित शाह
- कल्याण सिंह ने मंदिर निर्माण के लिए कुर्सी छोड़ी- अमित शाह
- योगी जी के सीएम बनते ही गुंडे भाग गए- अमित शाह
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए चुनाव प्रचार की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभाल रहे हैं। रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी का दौरा किया और जालौन में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा, 'आपने बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया तो मोदी जी ने राम जन्मभूमि का पूजन करके वायदा पूरा भी कर दिया। देखते ही देखते कुछ महीनों पर वहां आकाश से भी ऊंचा रामलला का मंदिर दिखाई देने वाला है।'
अमित शाह आगे कहते हैं, 'कार सेवकों के ऊपर गोली किसने चलाई थी? जोर से बोलिये कौन सी पार्टी ने कारसेवकों के ऊपर गोली चलाई थी? बाबू जी कल्याण सिंह की सरकार किसने गिराई थी? कार सेवकों के ऊपर डंडा किसने चलाया था? अब अगर मंदिर बनेगा तो क्या उन्हें ये पसंद आएगा। क्या उन्हें ऐसा पसंद आएगा? वो तो राह देखकर बैठे हैं। वो तो शेख चिल्ली के सपने देखते हैं। उन्हें लगता है कि यूपी की जनता हमें चुन लेगी और हम मंदिर निर्माण को बंद करवा देंगे। अखिलेश बाबू आप यूपी की जनता को जानते नहीं हो। जितना जोर लगाना है आप लगा लो, राम मंदिर के काम को अब कोई नहीं रोक सकता है।'
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, 'आप मुझे बताइये। औरंगजेब के जमाने से बाबा विश्वनाथ का मंदिर बंजर बनाकर रख दिया गया था। कोई इस पर ध्यान नहीं देता था। मोदी जी आए और अब जाकर बाबा विश्वनाथ का मंदिर पूरी तरह सजा धजा है। ऐसी सरकार को आप लोग वोट देना चाहेंगे या नहीं।' बीजेपी की 'जन विश्वास यात्रा' में सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 'पहले लोग अपनी बेटियों को स्कूल और कॉलेज भेजने में डरते थे। योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कुछ ही महीनों में यूपी से सभी गुंडे भाग गए।'
अमित शाह ने साधा अखिलेश पर निशाना-
अमित शाह ने कासगंज में कहा, 'कल्याण सिंह ने पिछड़ों के उद्धार के लिए आगे बढ़कर काम किया। जब कल्याण सिंह के सामने कुर्सी और मंदिर का सवाल आया तो उन्होंने तुरंत कुर्सी छोड़ने का फैसला कर लिया था। यूपी में बुआ-बबुआ ने सरकारें चलाईं। क्या ये सभी का विकास कर पाईं? वो नहीं कर सकते, ये जातिवादी पार्टियां हैं परिवारवादी पार्टियां हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए बीजेपी सरकार ने हमेशा काम किया है। एक बार फिर यूपी में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।'