पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से मानवता को शर्मसार कर देने वाली वारदात सामने आई है। गांव के ही दो लोगों ने एक गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप किया गया जिसके बाद पीड़िता के गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। महिला का आरोप है कि उसने कार्रवाई के लिए सुनगढ़ी थाना पुलिस एवं पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत पत्र दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब उसने कोर्ट की शरण ली और कोर्ट के आदेश पर सुनगढ़ी पुलिस ने गैंगरेप समेत संबंधित धाराओं में FIR दर्ज कर ली।
जानिए क्या है पूरा मामला
पीलीभीत जिले के सुनगढ़ी थानाक्षेत्र में पति को खाना देकर घर वापस लौट रही एक गर्भवती महिला के साथ दो लोगों द्वारा चाकू की नोक पर गैंगरेप किए जाने का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि उसके गांव के बाबूराम और कल्याण सिंह की उस पर बुरी नजर थी और 16 जुलाई, 2022 को जब वह खेत पर काम कर रहे पति को दोपहर 11 बजे खाना देकर घर वापस लौट रही थी तो दोनों आरोपियों ने उसे जबरन गन्ने के खेत में खींच लिया। महिला के आरोप के मुताबिक दोनों ने चाकू के बल पर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। महिला का आरोप है कि जब उसके साथ घटना घटित हुई तब वह ढाई माह की गर्भवती भी थी और इस वारदात के कारण उसका गर्भपात भी हो गया।
पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मामले में FIR दर्ज की है। सुनगढ़ी थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) मदन मोहन चतुर्वेदी ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
हाथ में भ्रूण लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंची पीड़िता की सास
बता दें कि एक महीने पहले ऐसा ही एक मामला बरेली से सामने आया था जहां एक गर्भवती महिला का गैंगरेप के बाद गर्भपात हो गया था। महिला के परिजन न्याय के लिए अफसरों के चक्कर काट रहे थे। पीड़िता की सास आरोपियों को सजा दिलाने के लिए प्लास्टिक के जार में भ्रूण को लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंची थी जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया था।