Highlights
- बच्चा पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से है: बर्क
- अल्लाह बच्चा पैदा करता है तो पालने का भी इंतजाम करता है: बर्क
- बच्चे को तालीम मिल जाएगी तो जनसंख्या का मुद्दा खुद ही सुलझ जाएगा: बर्क
Population Control Law: जनसंख्या नियंत्रण कानून से जुड़ी तमाम बयानबाजियों के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चा पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से है, इंसान से नहीं है। अल्लाह बच्चा पैदा करता है तो पालने का भी इंतजाम करता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार फिर भी कानून लाना चाहती है तो इसकी जगह पर बच्चों की तालीम पर ध्यान देना चाहिए। अगर बच्चे को तालीम मिल जाएगी तो जनसंख्या का मुद्दा खुद ही सुलझ जाएगा।
गुरबत और बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दे रही सरकार: बर्क
उन्होंने (Shafiqur Rahman Barq) कहा कि सरकार गुरबत और बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दे रही है। इन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए। साल 2024 में चुनाव हैं, इसलिए सरकार हर तरह से आदमी के नजरिए को बदल देना चाहती है। बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क मूल रूप से उत्तर प्रदेश के संभल से नाता रखते हैं। उन्होंने (Shafiqur Rahman Barq) कहा कि सरकार चाहती है कि वोटर और लोग उन्हें तवज्जो दें और उन्हें ही वोट दें। लेकिन ये मामला इंसानों से जुड़ा है और सबका है। जब एक आदमी अपने हालात से वाकिफ होगा तो वह उसके हिसाब से अपनी गृहस्थी का भी इंतजाम कर लेगा।
जनसंख्या मुद्दे पर अखिलेश ने भी किया ट्वीट
जनसंख्या से जुड़े मुद्दे पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा, 'अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।' अखिलेश के इस ट्वीट को यूपी के सीएम योगी के दिए गए बयान के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल विश्व जनसंख्या दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ने से अराजकता फैलेगी। योगी ने विश्व जनसंख्या दिवस पर लखनऊ में एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई थी।
सीएम योगी ने क्या कहा था
सीएम योगी ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न हो। ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की गति और प्रतिशत ज्यादा हो और मूल निवासियों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या को नियंत्रित कर दिया जाए।