Highlights
- कुत्तों के हमले में घायल सात महीने के बच्चे की मौत
- सोसाइटी के लोगों ने नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया
- सोसाइटी के लोग कुत्तों से परेशान हैं
Noida News: नोएडा सेक्टर 39 थाना क्षेत्र के सेक्टर 100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में कुत्तों के हमले से घायल सात महीने के बच्चे की सोमवार देर रात को उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। सेक्टर 39 के थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव बालियान ने बताया कि सेक्टर-100 स्थित ‘लोटस बुलेवर्ड’ सोसाइटी में सोमवार को सड़क निर्माण का कार्य चल रहा था। मजदूर राजेश कुमार उनकी पत्नी सपना अपने सात महीने के बच्चे अरविंद को लेकर वहां पर काम करने आए थे। उन्होंने बताया, ‘‘सोमवार की शाम को दोनों काम करते समय अपने बच्चे को छोड़कर कुछ आगे बढ़ गए। इसी बीच, सोसाइटी के तीन लावारिस कुत्तों ने मासूम के ऊपर हमला बोल दिया। उन्होंने उसके शरीर को पूरी तरह से नोच दिया। इस हमले में बच्चे के पेट की आंत बाहर आ गई।’’
सोसाइटी के लोग कुत्तों से परेशान
थाना प्रभारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बच्चे को नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन, उपचार के दौरान सोमवार देर रात को बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सोसाइटी के अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (एओए) के उपाध्यक्ष धर्मवीर यादव ने कहा, ‘‘सोसाइटी के लोग कुत्तों से परेशान हैं। कई बार सोसाइटी की तरफ से इस समस्या को ठीक करने का प्रयास किया गया, लेकिन समाधान नहीं हो पाया।’’
मौजूद कुत्तों की नसबंदी की गई थी
एओए उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘कई बार नोएडा प्राधिकरण से लावारिस कुत्तों को लेकर शिकायत की गई, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कुत्तों के हमले से मासूम की मौत हुई है, सोसाइटी के लोग दहशत में है। यहां के बच्चे और महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलने से घबरा रहे हैं।’’ घटना को लेकर सोसाइटी के लोगों ने नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है। लोगों का कहना है कि कई बार लिखित में शिकायत देने ने के बावजूद नोएडा प्राधिकरण लावारिस कुत्तों से उन्हें निजात नहीं दिला पा रहा है। उन्होंने कि कुछ दिन पहले यहां मौजूद कुत्तों की नसबंदी की गई थी, जिसके बाद उन्हे वापस लाकर यहीं छोड़ दिया गया, जिससे समस्या और बढ़ गई।