आजम खान जिस क्षेत्र से विधायक बने उसका विकास नहीं कर सके। यही वजह रही कि उनकी विधायकी रद्द कर दी गई। दरअसल आजम खान सीतापुर जेल में रहते हुए भी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में चुनाव लड़े और रामपुर सीट से दसवीं बार विधायक बने, लेकिन विधायक बनने के बाद क्षेत्र के विकास के लिए विधायक निधि का एक रुपया भी खर्च नहीं कर सके। सीडीओ (CDO) नंद किशोर लाल, रामपुर ने बताया, ''संघीय चुनाव के बाद आज़म खान ने अपनी विधायक निधि में से कोई भी प्रस्ताव CD कार्यालय को प्राप्त नहीं कराया। इस कारण वर्तमान वित्त वर्ष में उनकी विधायक निधि में से किसी भी प्रकार का कोई भी खर्च निर्माण कार्यों में नहीं किया जा सका''
इस साल तीन करोड़ रुपये मिले हैं
आजम खान की विधायक निधि में इस साल तीन करोड़ रुपये मिले हैं, जो खर्च नहीं हो सका है। खान सांसद बनने के बाद भी पूरा पैसा खर्च नहीं कर सके थे। सवा दो साल तक सीतापुर जेल में बंद रहे, इस दौरान सांसद निधि के दो करोड़ 52 लाख रुपये ही खर्च कर सके। खान ने विधायक बनने के बाद सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।
आजम खान की विधायकी भी चली गई
अब आजम खान की विधायकी भी चली गई है ऐसे में विधायक निधी का पैसा वह खर्च नहीं कर सकेंगे। हेट स्पीच मामले में तीन साल की सजा के ऐलान के बाद आजम खान की विधानसभा की सदस्यता को भी रद्द कर दिया गया। आकाशदास सक्सेना की शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने यह कार्रवाई की।