Highlights
- सभी जनपदों में रात 10 बजे से प्रातः 06 बजे तक नाइट कर्फ्यू प्रभावी किया जाए- योगी आदित्यनाथ
- सभी शिक्षण संस्थान आगामी 16 जनवरी तक बंद रहेंगे- सीएम योगी
- सीएम योगी ने कोविड को देखते हुए टीम-9 के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की
Uttar Pradesh Night Curfew: उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मालमों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती और बढ़ा दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड संक्रमण के दृष्टिगत टीम-9 के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यूपी के सभी जनपदों में नाइट कर्फ्यू (Uttar Pradesh Night Curfew) लगाने के निर्देश दिए। वहीं पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 7500 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्रदेश में ट्रेसिंग, टेस्टिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से अवगत कराया। राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की कुल संख्या वर्तमान में 25,974 है। इनमें 25,445 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है, लेकिन संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी एहतियात अवश्य बरते जाएं।
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश के सभी जनपदों में रात्रि 10 बजे से प्रातः 06 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू (Night Curfew) प्रभावी किया जाए। इसके अतिरिक्त, सभी शिक्षण संस्थानों में आगामी 16 जनवरी तक भौतिक रूप से पठन-पाठन स्थगित रखा जाए। टीके की उपयोगिता को देखते हुए जल्द से जल्द सभी पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए। माध्यमिक विद्यालयों में विशेष शिविर लगाए जाएं। 15 जनवरी तक 15-18 आयु वर्ग के 100 फीसदी किशोरों को टीके की पहली डोज जरूर प्राप्त हो जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सावधानी और सतर्कता ही कोविड नियंत्रण का आधार है। संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन इत्यादि से इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। आवश्यकतानुसार लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। निगरानी समितियां और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूर्णतः सक्रिय किया जाए। होम आइसोलेशन, निगरानी समितियों से संवाद, एम्बुलेंस की जरूरत और टेली-कंसल्टेशन के लिए पृथक नंबर जारी किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित बुजुर्गों व लोगों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ पूर्ण संवेदनशीलता का भाव रखते हुए पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था करें। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दिया जा रहा है। यदि किसी के पास राशन कार्ड भी नहीं है, तो उन्हें दोनों समय फूड पैकेट उपलब्ध कराए जाएं। कोविड के पिछले अनुभवों के आधार पर सामुदायिक भोजनालयों का संचालन शुरू कराया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखें उन्हें होम आइसोलेशन में रखते हुए उपचार किया जाए और उनकी निरन्तर मॉनिटरिंग की जाए। कोमॉर्बिड मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों को संक्रमण से बचाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। निगरानी समितियां अपना कार्य प्रभावी ढंग से करें। निगरानी समितियां घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों की सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं, जिससे उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके।
24 घंटे में सामने आए 7 हजार से ज्यादा नए मामले
यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 7,695 नए मामले सामने आए और 253 मरीज़ डिस्चार्ज हुए। इस समय प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 25,974 है। अब तक कुल 16,88,648 मरीज़ स्वस्थ हुए हैं। बीते 24 घंटों में 4 मरीज़ों की मृत्यु हुई है। पूरे देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कल उत्तर प्रदेश में पॉजिटिविटी दर बढ़ कर 3.46% हुई है। कल प्रदेश में 2, 22, 428 सैंपल की जांच की गई और अब तक कुल 9 करोड़ 46 लाख 51 हज़ार 924 सैंपल की जांच की गई है।