नेपाल के पोखरा में रविवार को बड़ा विमान हादसा हुआ था। यहां दुर्घटनाग्रस्त हुए यति एयरलाइंस के विमान में सवार चार यात्री प्लेन क्रैश होने से कुछ मिनट पहले अपने अनुभव शेयर करने के लिए फेसबुक पर लाइव थे। चारों यात्री उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले थे। फेसबुक पर 1.3 मिनट के लाइव वीडियो में उनमें से एक को उत्साह से चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान कैमरा नीचे पोखरा शहर पर फोकस कर रखा है।
लाइव वीडियो में उनमें से एक 29 वर्षीय सोनू जायसवाल दिखते हैं। हालांकि, 58 सेकंड के बाद लाइव में विमान के बाईं ओर को देखा जा सकता। इसेक बाद वमान दुर्घटनाग्रस्त होकर आग की लपटों में बदल जाता है। अगले 30 सेकंड के दौरान लाइव में चारों ओर आग की लपटें रिकार्ड हो गई हैं।
प्लेन क्रैश में 68 यात्रियों की मौत
गाजीपुर के बरेसर के ये चार यात्री उन पांच भारतीयों में शामिल थे, जिनकी दुर्घटना में 68 अन्य यात्रियों के साथ मौत हो गई। 29 वर्षीय सोनू जायसवाल, 28 वर्षीय अनिल राजभर, 23 वर्षीय विशाल शर्मा, 23 वर्षीयअभिषेक सिंह कुशवाहा 13 जनवरी को काठमांडू पहुंचे थे और पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद वे पैराग्लाइडिंग के लिए पोखरा जा रहे थे।रविवार को गाजीपुर जिले के बारेसर और नोनहारा क्षेत्र के गांवों में निराशा छा गई।
सोनू के FB अकाउंट पर वीडियो लाइव था
सोनू जायसवाल शराब कारोबारी थे, जबकि अनिल राजभर और अभिषेक कुशवाहा गाजीपुर के जहूराबाद और अलावलपुर में जन सेवा केंद्र चलाते थे। विशाल शर्मा एक दोपहिया वाहन एजेंसी में वित्त अधिकारी थे। यह सोनू की एफबी प्रोफाइल थी, जहां वीडियो लाइव था, उसके चचेरे भाई रजत जायसवाल ने इसकी पुष्टि की।
रजत ने कहा, "सोनू पोखरा के लिए उड़ान भरने के बाद फेसबुक पर लाइव थे। लाइव-स्ट्रीमिंग से पता चला कि सोनू और उनके साथी खुश मूड में थे, लेकिन स्ट्रीमिंग बंद होने से पहले अचानक आग की लपटें दिखाई दीं।" उन्हें गाजीपुर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय की ओर से नेपाल विमान दुर्घटना में जिले के चार लोगों की मौत के बारे में सूचित किया गया था।
13 जनवरी को नेपाल के लिए रवाना हुए थे
बडेसर के एसएचओ देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उन्होंने चारों की पहचान की पुष्टि की और फिर वह अनिल राजभर के घर गए और उनके पिता रामधरस से मिले। सिंह ने कहा, रामधरस ने हमें बताया कि चारों- अनिल, अभिषेक, विशाल और सोनू 13 जनवरी को नेपाल के लिए रवाना हुए थे और एक सप्ताह रुकने की योजना बनाई थी।
कासिमाबाद के अंचल अधिकारी बलराम सिंह ने कहा कि उन्होंने एसडीएम के साथ चारों युवकों के घर का दौरा किया और उनके शवों को वापस लाने में उनके परिवारों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। अभिषेक के बड़े भाई अभिनय ने कहा, हमें नेपाली और भारतीय दूतावासों से फोन आए हैं। हमें सूचित किया गया है कि शव सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे।